आयुर्वेद में कपूर को जलना मानव मन और शरीर के लिए उपचार मन जाता है | कपूर एक सफ़ेद कलर का क्रिस्टल जैसा होता है |कपूर को हम लोग पवित्र जगह पर भी जलाते है, मंदिरों में कपूर को जलाया जाता है कहा जाता है की कपूर जलने से वातावरण शुद्ध और पवित्र हो जाता है | कपूर का धुंआ बहुत ही लाभदायक होता है | कपूर प्राचीन काल से स्वास्थ्य लाभ की लिए एक आयुर्वेद औषधि जानी जाती है | पूजा में कपूर को जलाया जाता है | प्रसाद में भी कपूर को डाला जाता है |
कपूर दो प्रकार का होता है एक वो जो चेमिका लसे बनता है और धार्मिक कार्यों में और बाहरी इस्तेमाल के लिए उपयोग में अत है और दूसरा वो जो खाने के काम आता है । आम तौर पे मिलने वाला कपूर केमिकल से बना होता है और उसको खाया नहीं जा सकता । दूसरा वो जो प्राचीन काल से पेड़ की छाल से बनाया जाता है। यह प्राकर्तिक कपूर थोड़ा महंगा होता है और अनेक प्रकार की बिमारिओं को दूर करता है ।
यह सिनामोमास कैफोरा नमक एक पेंड़ से प्राप्त किया जाता है | यह लोरेसी परिवार का सदस्य है | यह पेंड़ चीन , जापान में सबसे पहले उगाया गया था | भारत में यह देहरादून , सहारनपुर , नीलगिरी और मैसूर आदि में पैदा किया जाता है | आइये जानते है इसके लाभों की बारे में :-
कपूर के लाभ:-
1.नाक खोलने के लिए:-
कपूर सभी प्रकार के नक् खोलने वाली दवाइओं में डाला जाता है जैसे की वॉक्स वापोराव । यह नाक की कोशिकाओं को खोलके वायु का आना जाना आसान करता है और जुकाम में बहुत फायदेमंद होता है ।
2.सूजन भगाये:-
कैंपोर में अत्यधिक विरोधी भड़काऊ गुण होते हैं, जो इसे दर्द के तेलों में एक अद्भुत घटक बनाते हैं। घाव पर कपूर तेल लगाने से इसे तेजी से ठीक करने और सूजन को कम करने में मदद मिल सकता है ।
3.रक्त परिसंचरण में वृद्धि करता है:-
कैंपर खाने से पूरे शरीर में रक्त परिसंचरण को उत्तेजित करने और सुधारने में प्रभावी ढंग से काम करता है। और, यह बेहतर रक्त परिसंचरण सुनिश्चित करता है कि दिल स्वस्थ रखता है और शरीर फिट रहता है।
4.हटाए जकड़न:-
कैंपोर एक प्रभावी एंटी-स्पस्मोस्मिक है, जिसका अर्थ है कि यह किसी भीजकड़न को तुरंत हटाता है । यह मास्कोशिकाओं को खोलकर आराम का एहसास दिलाता है जो दर्द से रहत दिलाता है
5.हार्मोन उत्तेजित करता है:-
कैंपोर एक कुशल हार्मोन उत्तेजक के रूप में काम करता है जो कामेच्छा के साथ-साथ सेक्स ड्राइव को बढ़ाने में मदद करता है। वे लोग जो इरेक्टाइल डिसफंक्शन से पीड़ित हैं वे बाहरी रूप से लगायें ल। यह नसों को उत्तेजित करेगा और क्षेत्र में पर्याप्त मात्रा में रक्त परिसंचरण की अनुमति देगा।केम्फर लिंग पे लगाने से सेक्स की अवधि भी बरती है ।
6.पाचन समस्याओं का इलाज करता है:-
जिन लोगों को गैस की समस्याएं होती हैं वे अक्सर कैंसर लेने के बाद राहत पा सकते हैं। यह पहली जगह गैस के गठन को रोकने से राहत लाता है। कैंपोर डायगियोआ या गैस्ट्रोएंटेरिटिस जैसी पाचन समस्याओं को रोकने या इलाज में भी मदद कर सकता है।
7.ऑस्टियोआर्थराइटिस की गंभीरता को कम करता है:-
ऑस्टियोआर्थराइटिस के लक्षणों की गंभीरता लगभग आधे से कम हो जाती है जब कोई त्वचा पर और जोड़ों पर कपूर लगाए ।
8.नकारात्मक शक्तिओं का नाश करता है:-
कपूर नियमित घर में जलने से घर में मौजूद नेगेटिव ऊर्जाओं का नाश होता है । इसी कारन धार्मिक स्थलों पे भी इसका इस्तेमाल होता है । यह घर पर किये हुए टोन टोटकों नो निष्फल करने की क्षमता रखता है ।
9.तंत्रिका विकारों का इलाज करता है:-
वर्षों से किए गए शोध से पता चलता है कि कैंसर तंत्रिका विकार, आवेग, मिर्गी और पेशी संकुचन के लिए एक प्रभावी घरेलू उपचार है। यह त्वचा को साफ रखने में भी बहुत अच्छा है। ऐसे परिस्थितियों से पीड़ित मरीजों को हमेशा खपत से पहले डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए क्योंकि इससे अधिक मात्रा में उत्पादक हो सकता है।