रिमोट से ऑपरेटेड वेपन सिस्टम को आर्मी के तीन जवानो ने बनाया है। इस सिस्टम को लखनऊ ईएमई वर्कशॉप के एक सैन्य अधिकारी ने डिजाइन किया है, जबकि इसको जगदीप पुंडरीक केदारी और प्रवीन आर ने तैयार किया। यह सिस्टम स्मार्ट फोन से संचालित होगा।
जम्मू-कश्मीर जैसे सीमावर्ती क्षेत्रों में सेना अब एलएमजी, एमएमजी, एके-47 और एके-56 जैसी राइफल वीडियो के जरिए न केवल निगरानी करेगी, बल्कि वह रिमोट की मदद से फायरिंग भी कर सकेगी। जवान राइफल से 100 मीटर दूरी से अपने टारगेट को उड़ा सकेंगे। सेना के तीन जवानों ने रिमोट से संचालित वेपन सिस्टम बनाया है। मोबाइल फोन और एप की मदद से यह सिस्टम काम करेगा।
अर्जुनगंज फायरिंग रेंज और 11 जीआरआरसी की शॉर्ट रेंज में इसका सफल ट्रायल किया गया। अब इसे इनोवेशन और आइडिया प्रदर्शनी में लगाया गया है। मोटर और रिले पर आधारित यह सिस्टम कॉकिंग, टिगर ऑपरेशन को नियंत्रित करता है, साथ इसकी मदद से हथियार किसी भी दिशा में मुड़ सकता है। इसमें एक मोबाइल फोन लगा होगा जो कंट्रोलर बॉक्स से जुड़ा होगा। राइफल में लगा मोबाइल वाई-फाई के जरिए जवान के स्मार्ट फोन से कनेक्ट होगा। एक एप के जरिए राइफल में लगा मोबाइल फोन लाइव वीडियो भेजेगा। जवान दूर से ही अपने मोबाइल के जरिए फायरिंग कर सकेगा। वह राइफल को किसी भी दिशा में घुमा भी सकेगा।