दिल्ली एनसीआर में सुबह से ही लगातार बारिश हो रही है। बारिश के चलते मौसम जहां सुहावना हो गया है, वहीं लोगों को गर्मी से भी राहत मिली है। हालांकि बारिश की वजह से जगह-जगह पानी भरने के कारण ट्रैफिक व्यवस्था पर ब्रेक लग गया है। सुबह-सुबह काम पर जाने वाले लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। दिल्ली और नोएडा में सड़कों पर पानी भरने के कारण ऑफिस आने-जाने वाले लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। स्कूल जाने वाले स्टूडेंट्स को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। जलजमाव का आलम यह है कि सुबह करीब 9 बजे ही दिल्ली के रेल भवन के आगे सड़क पर करीब 1 फीट पानी जमा हो गया।
गुरुग्राम में सोमवार रात करीब तीन बजे से पांच घंटे तक लगातार चली बारिश से शहर जलमग्न हो गया। पांच घंटे में 132 एमएम बारिश दर्ज की गई, जबकि मंगलवार को दिन भर मेें यह आंकड़ा 145 मिमी. तक पहुंच गया। शाम के बाद भी रिमझिम बारिश का दौर जारी था। मौसम विभाग के मुताबिक बीते दस वर्षो में यह सर्वाधिक बारिश है। इससे पहले 2008 मेें एक ही दिन में 162 मिमी. पानी बरसा था। अगले दिनों मेें और बारिश की संभावना देखते हुए प्रशासन ने अलर्ट जारी करने के साथ ही कर्मचारियों को छुट्टी टालने को कहा है।
शहर में हुई भारी बारिश ने प्रशासन के इंतजामों की पोल खोल दी। सभी सड़कों और इलाकों में घुटनों तक पानी भर गया। हीरो होंडा चौक समेत प्रमुख अंडरपास में वाहन डूब गए। कड़ी मशक्कत के बाद वाहनों में सवार लोगों को बाहर निकाला जा सका, वहीं सुरक्षा कारणों के चलते प्रशासन ने अंडरपास में वाहनों का प्रवेश बंद कर पंप से पानी निकलवाया । बारिश के दौरान एक्सप्रेस-वे पर 20 किमी लंबा जाम लग गया, जिससे वाहन चालकों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी। पानी निकासी का इंतजाम न होने के चलते पुराने गुरुग्राम के अलावा नए शहर में सड़कें जलमग्न हो गईं।
औद्योगिक क्षेत्रों और रिहायशी इलाकों में स्थित फैक्ट्रियों और घरों में पानी घुस गया। पूरे शहर में जाम की स्थिति बन गई। सुबह ऑटो, कैब और सार्वजनिक वाहनों की सेवाएं बंद रहीं। इससे लोगों को भारी परेशानी हुई।
दिल्ली के अलावा उत्तराखण्ड के अलग-अलग हिस्सों में लगातार बारिश और भूस्खलन लोगों के लिए परेशानी का सबब बने हुए हैं | टिहरी गढ़वाल-देहरादून बॉर्डर पर तो 100 मीटर लंबी और 50 मीटर गहरी झील बन गई है | झील गहरी होने के बाद प्रशासन की ओर से अलर्ट जारी कर दिया गया है | वहीं, कुछ ऊंचे पहाड़ी इलाकों में बारिश और भूस्खलन के कारण किसानों की फसलें बर्बाद हो गई है |
मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार अगस्त महीने में अब तक दिल्ली व आसपास के इलाकों में मात्र 3.3 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है | ये सामान्य से 95 फीसदी कम है. वहीं 1 जून से अब तक 329.6 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है | ये सामान्य से दो फीसदी कम है | मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार अगले तीन दिनों में बारिश से अगस्त महीने में होने वाली बारिश के स्तर में सुधार दर्ज किया जाएगा |