इंटरनेशनल डेस्क. मिस वर्ल्ड, मिस यूनिवर्स जैसे खिताब पहनने वाली खूबसूरत हसीनाओं को देखकर किसका दिल नहीं धड़कता। लेकिन दुनिया को लुभाने वाली ये दिलकश काया कुदरत की देन नहीं है। बल्कि इस खूबसूरती को पाने के लिए गुजरना पड़ता है ढेरों पीड़ाओं से। ये दर्द इतना भयानक होता है कि ना जाने कितनी लड़कियां इसे सह नहीं पातीं और मौत की नींद सो जाती हैं। ये वो सरजमीन है जहां हर मां अपनी बेटी को दुनिया की सबसे खूबसूरत लड़की बनाना चाहती है। और इस देश का नाम है वेनेजुएला। जी हां वेनेजुएला वो देश है जहां की हसीनाओं का डंका पूरी दुनिया में बजता है।
सबसे पहले आपको दिखाते हैं वेनेजुएला की धरती पर कैसे उगती है सुंदरता की ये फसल।
वेनेजुएला में एक नाम है ओसमल सोसा। यही वो शख्स है जिसने इस देश की लड़कियों में ब्यूटी क्वीन बनने का जुनून भरा है। ओसमल सोसा को वेनेजुएला में ब्यूटी किंग कहा जाता है। ओसमल की न्रुारों में लड़की की सुन्दरता का मतलब है। छोटी नाक, कम व्रुान, नुकीला जबड़ा, साफ बदन, बड़ी आंखें, गोरा रंग और पुर कशिश चेहरा।ये सभी खूबियां हर लड़की में पैदायशी नहीं होती हैं लेकिन ओसमल की इस हुस्न फैक्ट्री में मौजूद इंसानी कारीगर इन लड़कियों के जिस्मों पर ऐसी नक्काशी करते हैं कि देखने वाले दांतों तले उंगलियां दबा लें। लेटिन अमेरिका की इस धरती पर हर लड़की की पहली पसंद है ब्यूटी क्वीन बनना। यही वजह है यहां सौंदर्य स्पर्धाओं का मेला लगा रहता है। हर शहर में हर क्षेत्र में यहां तक की छोटी-छोटी बस्तियों में भी सौंदर्य स्पर्धाओं का आयोजन किया जाता है। और हर लड़की का पहला सपना होता है मिस वेनेजुएला बनना।
माना जाता है कि एक बार मिस वेनेजुएला का ताज लड़की के सिर पर सज गया तो फिर मिस यूनिवर्स या मिस वर्ल्ड का सिंहासन दूर नहीं। यहां के मां-बाप के लिए भी बेटियों को ब्यूटी क्वीन बनाना सबसे पहली प्राथमिकता होती है। जिस उम्र में लड़कियां खूबसूरती और शारीरिक काया के मायने नहीं समझ पातीं। उस उम्र में ही उनके ऊपर कई तरह के तजुर्बे शुरू हो जाते हैं।
बेटियों को जल्दी ही जवान करने के चक्कर में ऐसे-ऐसे ट्रीटमेंट दिलाते हैं जो बच्चियों के लिए बहुत पीड़ा दायक होते हैं। लेकिन मां-बाप को अपने जुनून के आगे अपनी ही बच्चियों की वो सिसकियां भी सुनाई नहीं देतीं। अप्सराओं की इस धरती पर लड़कियों के साथ ये खूबसूरती के जुल्म कई दशक से जारी हैं। लेकिन इसे रोकना तो दूर यहां कि सरकार इस फैक्ट्री को चलाने वालों की खुलकर मदद करती है।
वेनेजुएला इस समय आर्थिक मंदी से गुजर रहा है और देश में लूटपाट मची हुई है। जबकि, इस ऑयल रिच कंट्री की पहचान यहां की ब्युटी पेजेंट्स से भी होती है। इस देश की लड़कियां 22 बार ब्यूटी के अलग-अलग कांटेस्ट में विनर रही हैं। 6 मिस वर्ल्ड, 7 मिस यूनिवर्स, 7 मिस इंटरनेशनल और 2 लड़कियां मिस अर्थ चुनी गईं…
इस आंकड़े से ही आप अंदाजा लगा सकते हैं कि यहां की लड़कियां कितनी खूबसूरत होती होंगी।
हालांकि, इसके पीछे एक कड़वा सच यह है कि लड़कियों को इसके लिए बचपन से ही जुल्म सहने पड़ते हैं।
आपको जानकर आश्चर्य होगा कि यहां सिर्फ 4 वर्ष की छोटी सी उम्र में ही लड़कियों को फैशन स्कूल भी भेजा जाने लगता है।
फैशन इंडस्ट्री से जुड़े लोग गरीब मां-बाप को यह लालच देने लगते हैं कि वे बेटी को मिस वर्ल्ड का खिताब जीतने के लिए तैयार करें।
देश में जगह-जगह बड़ी तादात में ब्यूटी एकेडमी हैं, जहां लड़कियों को खूबसूरत बनाने के लिए बचपन से ही ट्रीटमेंट शुरू कर दिया जाता है।
सर्जरी के अलावा, बट इंजेक्शन, दुबले-पतले शरीर के लिए इंजेक्शन से लेकर महीनों तक कमर बांधे रखे जाने से तरीके अपनाए जाते हैं। इसके चलते कई लड़कियों की मौत भी हो जाती है।
लड़कियों की खूबसूरती के लिए उनके ब्रेस्ट का सही शेप में होना बहुत जरूरी है। इसके लिए 10-12 साल की उम्र से ही उनके ब्रेस्ट पर पट्टी बांध दी जाती है। जिससे उनके ब्रेस्ट का शेप सही रहे। यह ट्रीटमेंट भी लड़कियों के लिए दर्दनाक होता है। इससे लड़कियों को ब्रेस्ट कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है।
यहां सबसे ज्यादा ध्यान लड़कियों के वेट पर दिया जाता है। बॉडी को सुडौल बनाने के लिए लड़कियों के खान-पान पर तो नियंत्रण होता ही है। जमकर शारीरिक श्रम और कड़ी एक्सरसाइज भी करवाई जाती है। इसके साथ ही उन्हें तरह-तरह की मेडिसिन भी दी जाती है। मेडिसिन का पूरे शरीर पर असर पड़ता है। इसका असर 30 साल की उम्र के बाद नजर आने लगता है।
वेनेजुएला में लड़कियों की प्लास्टिक सर्जरी आम बात है। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि यहां 5 साल की उम्र से ही सर्जरी करवाई जाने लगती है, ताकि उनका शरीर शुरुआत से ही कंट्रोल में रहे। यहां सर्जरी वाले अस्पतालों की भरमार है। इतना ही नहीं, अब तो यहां दूसरे देशों के लोग भी सर्जरी करवाने आने लगे हैं।
लड़कियों की नाक और होठों को आकषर्क बनाने के लिए सर्जरी किया जाना यहां आम बात है। यह सर्जरी भी लड़की के 8-10 साल की उम्र में ही कर दी जाती है। नाक और होंठ के अलाव बट सर्जरी भी की जाती है। इसके लिए उन्हें सिलिकॉन बट्ट इंजेक्शन दिए जाते हैं। हालांकि, यह सर्जरी लड़की के 16 साल की उम्र होने के बाद ही की जाती है। कई बार इस इंजेक्शन का गलत प्रभाव पड़ने से लड़कियां गंभीर बीमारियों से पीड़ित हो जाती हैं।
आमतौर पर लड़कियों को चटपटा खाना पसंद आता है। इससे उनके शरीर के बेडौल हो जाने का खतरा बना रहता है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए उनके जीभ में प्लास्टिक सिल दी जाती है। यह लड़कियों के लिए बहुत दर्दनाक होता है। इसके अलावा उनके पेट की वह आंत भी काट दी जाती है, जिससे उन्हें ज्यादा भूख न लगे। इससे लड़कियों का शरीर स्लिम बना रहता है।
वेनेजुएला में ज्यादातर लड़कियों की हाइट अच्छी होती है। यहां उनकी हाइट पर खास ध्यान दिया जाता है। इसके लिए चार साल की छोटी सी उम्र से ही उन्हें हार्मोंस के इंजेक्शन देना शुरू कर दिया जाता है। यह सिलसिला लड़की के 10 साल के होने तक चलता है। अक्सर कई बच्चियों के शरीर पर हार्मोस के इंजेक्शन बुरा असर होता है। वे गंभीर बीमारी से पीड़ित हो जाती हैं और उनकी मौत तक हो जाती है।
वेनेजुएलन पेजेंट्स के ऑर्गेनाइजर ओसमल सौसा का कहना है कि किसी भी कमर का सही शेप ही लड़की को खूबसूरत बनाने के लिए अहम होता है। इसी के चलते यहां लड़कियों की कमर पर टाइट पट्टी बांध दी जाती है। इससे लड़कियों को काफी दर्द होता है। उन्हें बैठने व सोने तक में तकलीफ होती है।
आमतौर पर 4 साल की उम्र बच्चों के लिए खेलने-कूदने की होती है। लेकिन, वेनेजुएला में स्कूली पढ़ाई के दौरान ही बच्चियों से कैटवॉक करवाया जाने लगता है। उन्हें फैशन इंडस्ट्रीज से जुड़ी हरेक बात सिखाई जाने लगती है। यहां तक की उन्हें मेकअप से लेकर मॉर्डन ड्रेस तक पूरी जानकारी दी जाने लगती है।
हमारे देश में लड़कियों की गर्भ में ही हत्या करवाए जाने की बात आम है। लेकिन, वेनेजुएला दुनिया का ऐसा देश है, जहां लड़कियों के पैदा होने पर पूरे परिवार में जमकर जश्न मनाया जाता है। यहां तो परिवार में किसी बच्चे का जन्म होने वाला होता है तो माता-पिता ईश्वर से लड़की पैदा होने की मन्नत मांगने लगते हैं।