वॉशिंगटन:ऑनलाइन रिटेल कंपनी अमेजन के सीईओ जेफ बेजोस के काम करने का अंदाज दुनिया के कई टॉप सीईओ से एकदम अलग है। दूसरे सीईओ के मुकाबले जेफ आठ घंटे की नींद लेते हैं। वे कम फैसले लेते हैं लेकिन दिल से लेते हैं और सबसे महत्वपूर्ण मीटिंग को सुबह ही निपटाने में यकीन रखते हैं। वॉशिंगटन डीसी के इकोनॉमिक क्लब में गुरुवार को एक डिनर के दौरान बेजोस ने अपने दिन के शेड्यूल से जुड़ी बातें शेयर कीं।
अमेजन के सीईओ जेफ बेजोस बेघर लोगों और स्कूली बच्चों की मदद के लिए 14400 करोड़ रुपए (2 अरब डॉलर) डोनेट करेंगे। उन्होंने इसे डे वन फंड नाम दिया है। यह राशि जरूरतमंद छात्रों को स्कॉलरशिप और दूसरे खर्चों के लिए दी जाएगी।
सीईओ जेफ बेजोस की बायोग्राफी:
एक समय ऐसा था जब ग्राहक चाहते थे कि खरीदारी करने के लिए उन्हें बाजार ना जाना पड़े बल्कि सामान खुद ही उनके घर आ जाए। उस समय इसे किसी सपने की तरह देखा जाता था लेकिन जब ऑनलाइन शॉपिंग कम्पनियाँ शुरू हुयी तब इस सपने ने हकीकत का रूप ले ही लिया और घर बैठे पसंदीदा सामान पाने का सपना बड़ी आसानी से पूरा भी होने लगा।
ऐसी ही एक ऑनलाइन शॉपिंग कंपनी है अमेजन डॉट कॉम, जिसने ग्राहकों की हर ज़रूरत को ध्यान रखते हुए कई तरह की सुविधाएँ दी हैं और बाजार से कम कीमत पर बेहतरीन सामान मुहैया करवाया है इसलिए तो आज ऑनलाइन शॉपिंग का दूसरा नाम अमेजन हो गया है लेकिन इस सफलता और इतनी बड़ी पहचान के पीछे जिस शख्स का हाथ है वो है इसके फाउंडर और सीईओ जेफ बेजोस, जिन्होंने कुछ समय के लिए दुनिया के सबसे अमीर आदमी बिल गेट्स को भी पीछे छोड़ दिया था।
कस्टमर्स के सपनों को पूरा करने वाले जेफ़ बेजोस का सपना है कि ‘एक दिन वो दुनिया की सबसे बड़ी ग्राहक केंद्रित कंपनी बनाएंगे’ और जिस तेज़ी और कुशलता से वो आगे बढ़ रहे हैं उससे ये कहा जा सकता है कि उनका ये सपना भी बहुत जल्द पूरा हो ही जाएगा।
बचपन से साइंस में रूचि रखने वाले जेफ़ बेजोस ने इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग और कंप्यूटर विज्ञान में ग्रेजुएशन की और उसके बाद अपने सपने को पूरा करने की शुरुआत अमेजन डॉट कॉम कंपनी को, अपने गैराज से शुरू करके की। इस ऑनलाइन कंपनी को स्टार्ट करने के लिए उन्होंने अपनी नौकरी भी छोड़ दी थी।
आज जेफ़ बेजोस की ये कम्पनी ना केवल अमेरिका बल्कि पूरी दुनिया की सबसे बड़ी ऑनलाइन रिटेलर कंपनी बन गयी है। ये उनकी मेहनत का नतीजा है कि अमेजन आज पूरी दुनिया में तीसरी सबसे बड़ी व्यापारिक ऑनलाइन कंपनी है । 3 लोगों से शुरू हुयी इस कंपनी में आज लगभग 20,00000 कर्मचारी काम करते हैं।
जेफ़ बेजोस के मन में ऑनलाइन बिजनेस शुरू करने का आइडिया तब आया जब 1994 में नेट पर सर्फिंग करने के दौरान, उन्हें ये जानकारी मिली कि वेब का इस्तेमाल करने वालों की संख्या हर साल तेज़ी से बढ़ रही है। ऐसे में बेजोस ने सोचा कि क्यों ना इंटरनेट की मदद लेकर कोई बिजनेस शुरू किया जाए क्योंकि जब नेट यूजर्स की संख्या इतनी तेज़ी से बढ़ रही है तो ऐसा बिजनेस करना काफी फायदेमंद साबित होगा।
इसके बाद बेजोस के मन में ढेरों सवाल आये कि कौनसा सामान ऑनलाइन बेचा जा सकता है और इसमें से उन्होंने बुक्स को ऑनलाइन बेचने का विकल्प चुना। बेजोस कंप्यूटर प्रोग्रामिंग जानते थे इसलिए उन्होंने अपने गैराज में कम्प्यूटर्स रखवाए और डेटाबेस प्रोग्राम और वेबसाइट का सॉफ्टवेयर बनाने लगे। इसके बाद जेफ़ बेजोस ने ऐसा सॉफ्टवेयर बना लिया जिससे बुक्स को ईमेल या इंटरनेट पर आर्डर किया जा सके।
बेजोस के इतने प्रयासों का ये नतीजा हुआ कि जून 1995 में अमेजन डॉट कॉम वेबसाइट शुरू हुयी और इसने किताबों के बाजार का नक्शा बदल डाला और सिर्फ 4 साल बाद ही अमेजन डॉट कॉम का बाजार मूल्य 6 अरब डॉलर तक पहुँच गया।
किताबों से शुरू होने वाले इस बिजनेस में, देखते ही देखते घर-परिवार की जरुरत से जुड़ी हर छोटी-बड़ी चीज़ें शामिल होती चली गयी और ग्राहकों को संतुष्ट करने वाली ये ऑनलाइन कंपनी तेज़ी से आगे बढ़ती चली गयी।
जेफ़ बेजोस की इस सफलता के पीछे उनका ये नजरिया अहम रहा कि दुनिया जिस रास्ते पर चले, केवल उसी रास्ते पर चलकर ही सफलता मिलेगी, ये ज़रूरी नहीं है। अगर आपके सपनों में दम है और आप उन्हें सच करने का साहस रखते हैं तो भीड़ से अलग चलकर भी ऊँचा मुकाम बनाया जा सकता है।
इसके अलावा फ्यूचर की जरुरत को समझ पाना भी जेफ़ बेजोस की तरक्की का राज़ है और सफलता के लिए उनका जुनून भी विशेष महत्व रखता है क्योंकि ऑनलाइन बुक्स बेचने का निर्णय लेते समय उन्हें किताबों के बाज़ार के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। लेकिन उनका लक्ष्य स्पष्ट था – ऑनलाइन बिजनेस के ज़रिये बुक्स के मार्केट का नक्शा बदल देना और ऐसा कर पाने में वो सफल भी हुए।