आतंकवादी और पाकिस्तानी सेना की बर्बरता का जवाब दिया जायेगा पर वैसी ही बर्बरता से नहीं : सेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत

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आतंकवादी और पाकिस्तानी सेना ने इंडियन आर्मी के जवानो के साथ जो बर्बरता की है उस पर सेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत ने कहा कि भारतीय सैनिकों के साथ बर्बरता किए जाने का बदला लिये जाने की आवश्यकता है, और लेकिन यह बिना बर्बरता के होना चाहिए , परन्तु दूसरे पक्ष को भी उसी दर्द का एहसास होना चाहिए .

 सेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत ने शनिवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा ,” आतंकवादियों व पाकिस्तानी सेना द्वारा हमारे सैनिकों के खिलाफ बर्बरतापूर्ण कार्रवाई का बदला लेने के लिए हमें कड़ी कार्रवाई करने की जरूरत है. उन्हें उन्हीं के तरीके से जवाब दिए जाने का समय है लेकिन वैसी ही बर्बरता अपनाने की जरूरत नहीं. मुझे लगता है कि दूसरे पक्ष को वही दर्द महसूस होना चाहिए.’’ जम्मू कश्मीर में बीएसएफ के एक जवान के शव से हैवानियत की घटना के मुद्दे पर सेना प्रमुख ने कहा कि इस तरह का कृत्य अस्वीकार्य हैं और बिना बर्बरता के इसका बदला लिए जाने की जरूरत है. इसके साथ ही सेनाध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि भारत व भारतीय सेना पाकिस्तान से किसी तरह की धमकी से डरने वाली नहीं है. उन्होंने कहा कि धमकी से डर गए तो फिर आगे क्या करेंगे. भारत या सेना धमकियों से डरने वाली नहीं है . ‘’

वही बिपिन रावत ने यह भी दावा किया कि 2016 में उरी हमले के बाद की गई सर्जिकल स्ट्राइक अपनी तरह की पहली कार्रवाई थी . एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान अलग-थलग पड़ गया है. अमेरिका जो कभी पाकिस्तान का सबसे करीबी सम्बन्धी था आज पाकिस्तान पर हावी हो रहा है उसके पीछे हमारी सरकार है . जो पाकिस्तान को अलग-थलग करने में काफी हद तक कामयाब हुई है.’’ उन्होंने कहा कि सरकार सेना का पूरा सहयोग कर रही है जिसे अपनी कार्रवाइयों को अंजाम देने की छूट है. हथियारों को खरीदने में देरी पर रावत ने कहा कि आधुनिक हथियार सेना की जरुरत है . लेकिन खरीद देरी का मतलब यह नहीं कि सेनाएं सामान्य रूप में काम नहीं कर सकतीं . रावत हाइफा डे परेड का निरीक्षण करने लिए जयपुर पहुंचे थे.