एससी एसटी एक्ट के खिलाफ 11वें दिन भी जारी रहा अनशन
Oct 24, 2018
धरने में आने लगे हैं हरिजन एक्ट से प्रताड़ित लोग
विकासखंड बिलग्राम के सैकड़ों सवर्णों ने किया समर्थन
रिपोर्ट : गोपाल द्विवेदी , रीडर टाइम्स
हरदोई । एससी एसटी कानून को लेकर अखिल भारतीय क्षत्रिय कल्याण परिषद द्वारा चलाए जा रहे क्रमिक अनशन के 11वें दिन विकासखंड बिलग्राम के सैकड़ों सवर्णों ने भागीदारी की और एक्ट के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की। 13 अक्टूबर से अखिल भारतीय क्षत्रिय कल्याण परिषद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व भाजपा विधायक गंगा सिंह चौहान अनशन पर बैठे हैं अभी तक किसी भी पार्टी का नुमाइंदा इस मुहिम में साथ देने नहीं आया है। धरने के 11वें दिन अखिल भारतीय क्षत्रिय कल्याण परिषद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष गंगा सिंह चौहान ने संबोधित करते हुए कहा कि यह मामला सर्व समाज से जुड़ा हुआ है। यही सर्व समाज की एकता व अखंडता हमारे देश की पहचान रही है। इस समाज में होने वाले अन्याय के विरोध की लड़ाई में मैं अंतिम सांस तक लड़ूंगा। चाहे सवर्ण आयोग हो या आरक्षण पर आरक्षण का प्रकरण हो अथवा आर्थिक आधार पर आरक्षण का विषय हो, यह सारे विषय सामाजिक सद्भाव में विसंगति व समाज में बिखराव पैदाकर अंग्रेजियत संस्कृति के आधार पर वोट की राजनीति के अतिरिक्त और कुछ नहीं है।
इसलिए इन विषयों पर किसी भी प्रकार का समझौते का प्रश्न ही नहीं उठता है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार हमारी सभी मांगे स्वीकार करें ।धरने को संबोधित करते हुए देवेंद्र सिंह ने कहा कि विधायक जी द्वारा सारी मांगों को लेकर चलाए जा रहे धरने को सफल बनाते हुए कंधे से कंधा मिलाते हुए अंतिम निर्णय तक साथ दूंगा। उन्होंने कहा कि किसानों के साथ जिंसों के समर्थन मूल्य पर भी सरकार छलावा कर रही है। गेहूं, गन्ना ,धान किसान अधिक पैदा करता है इनका समर्थन मूल्य और नाम मात्र की पैदा होने वाली ज्वार, बाजरा और मक्का आदि के समर्थन मूल्यों के अंतर से स्पष्ट है कि किसानों के साथ कितना छलावा हो रहा है। किसान सब कुछ सरकार की नीति व नियति समझ चुका है ।उसकी भी लड़ाई लड़ी जाएगी। धरने को श्रीमती रीता सिंह ने संबोधित करते हुए कहा कि इस काले कानून को हटवाए बिना महिला सभा नहीं हटेगी। उन्होंने कहा कि कितनी विषम स्थिति है कि लोग धरने स्थल पर हरिजन एक्ट लगाए जाने की धमकी से पीड़ित लोग आ रहे हैं। दिन-ब-दिन हरिजन एक्ट की धमकियां देकर मुकदमे दर्ज कराए जा रहे हैं।
हम लोग असहाय से हो गए हैं। किसी की किसी प्रकार सहायता नहीं कर सकते हैं। वहीं केंद्र सरकार ने इस कानून को पलट कर सर्व समाज से बैर मोल ले लिया है जिस की लड़ाई अंतिम समय तक की जाएगी। धरने को गजेंद्र पाल सिंह, नीरज शर्मा, प्रयाग सिंह, विजय पाल सिंह, मिंटू सिंह, प्रधान चतरापुर ,सनी बिहारी श्रीवास्तव ,राजेंद्र सिंह ,मानवेंद्र सिंह ,नवल तिवारी ,बृजपाल सिंह ,सोनू शुक्ला, राम ,राजकुमार यादव, वीरेश राठौर आदि ने धरने को संबोधित करते हुए कहा कि धरने की अंतिम लड़ाई तक संघर्ष हेतु संकल्प लेते हैं। धरने में जलील अहमद, अमित प्रताप ,मोनू सिंह हरियावां, गोपाल शंकर दीक्षित आदि सैकड़ों समर्थकों के साथ उपस्थित रहे।