लखनऊ : इंटीग्रल विश्वविद्यालय का दसवाॅ वार्षिक दीक्षांत समारोह अत्यन्त भव्यता के साथ सम्पन्न हुआ । उच्च शिक्षा में अध्ययनरत् छात्र-छात्राओं के लिए उपाधियाॅ प्राप्त करना उनके जीवन का महत्वपूर्ण मील का पत्थर होता है । पारम्परिक गाउन पहने छात्र-छात्राओं की गहमा गहमी ने समारोह का रंगारंग बना दिया । समारोह का प्रारम्भ विश्वविद्यालय गीत से हुआ । विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अकील अहमद ने मुख्य अतिथि, विशिष्ठ अतिथि तथा गण्यमान विभूतियों से खचाखच भरे पंडाल में समारोह प्रारम्भ करने की घोषणा की।
उन्होंने दीक्षांत समारोह को गरिमा प्रदान करने के लिए समस्त आमंत्रित गणमान्य विभूतियों , शिक्षकों तथा छात्र-छात्राओं के प्रति अपना सम्मान प्रदर्शित किया। प्रो. अकील अहमद ने हाल के वर्षों में विश्वविद्यालय की विभिन्न उपलब्धियों का विस्तार से वर्णन किया । उन्होने जोर देकर कहा कि इंटीग्रल विश्वविद्यालय ने उत्कृष्ठता का केन्द्र बनने का प्रयास किया है। विश्वविद्यालय ने अकादमिक अनुसन्धान और विकास की गतिविधियों में उल्लेखनीय कार्य किया है । इंटीग्रल विश्वविद्यालय ने बहुत कम समय में अत्यन्त तीव्र गति से सफलता प्राप्त की है ।
लखनऊ मेट्रो रेल कार्पोरेशन के प्रबन्ध निदेशक श्री कुमार केशव ने छात्र जीवन में नैतिकता की महत्ता पर ज़ोर दिया उन्होंने कहा कि एकता की भावना से रहने में ही भलाई है। श्री केशव ने उपाधि प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं के उज्जवल भविष्य की कामना की। श्री कुमार केशव ने लखनऊ मेट्रो रेल कार्पोरेशन परियोजना में इंटीग्रल विश्वविद्यालय के येागदान की भूरि-भूरि प्रशंसा की । दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि त्रिलोचन महापात्रा, सचिव कृषि एवं कृषक कल्याण विभाग भारत सरकार एवं निदेशक भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ने वर्तमान एवं भूतपूर्व कुलपति तथा सहकर्मियों के महत्वपूर्ण योगदान की सराहना की। श्री महापात्रा ने इंटीग्रल कृषि विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी संस्थान का उद्घाटन भी किया ।
इंटीग्रल विश्वविद्यालय के कुलाधिपति प्रो. एस. डब्ल्यू. अख़्तर की अनुमति से कुल 1973 उपाधियाॅ वितरित की गयी . जिनमें 69 पी.एच.डी. , 489 परास्नातक, 1367 स्नातक तथा 48 डिप्लोमा इन फार्मेसी की उपाधियाॅ सम्मिलित हैं . इसके अतिरिक्त 45 गोल्ड व सिलवर मेडल भी वितरित किये गये। दीक्षांत समारोह के सम्मानित अतिथि प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री मोहसिन रज़ा ने अपने उत्साहजनक भाषण में उपाधि धारक छात्र-छात्राओं से इंटीग्रल विश्वविद्यालय केे सम्मान को उज्जवल बनाने की प्रेरणा दी । उन्होंने कहा कि इंजीनियरों व डाक्टरों के संयुक्त प्रयासों से ही हमारा देश वास्तव में प्रगति कर सकता है । उन्होंने परस्पर भाई चारा तथा धार्मिक सहिष्णुता सदभावना बनाये रखने की वकालत की ।