जम्मू -कश्मीर में सुरक्षा बलों ने बड़गाम में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच सुबह से चल रही मुठभेड़ में पत्रकार शुजात बुखारी हत्याकांड का मास्टरमाइंड आतंकी नावेद जट को उसके साथियों सहित मार गिराया है . इस मुठभेड़ में दो जवानो के घायल होने की भी सूचना है . सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार मंगलवार देर शाम बडगाम जिले से एक काले रंग की आल्टो कार को चार अज्ञात बंदूकधारियों ने हाईजैक किया था और श्रीनगर के लाल चौक से करीब चार किलोमीटर पहले ही रात लगभग आठ बजे रामबाग इलाके में उतर गए . जब आतंकी चले गए तो गाड़ी चालक ने नजदीकी पुलिस स्टेशन जाकर पुलिस को इस घटना की पूरी जानकारी दी . इस घटना की जानकारी मिलने पर आस-पास के इलाकों में सुरक्षा प्रतिष्ठानों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है . ज्ञात हो कि हाल ही में श्रीनगर में तीन बाइक सवार आतंकियों ने नवीद राइजिंग कश्मीर अखबार के संपादक शुजात बुखारी की हत्या कर दी थी . इस हमले में शुजात बुखारी की सुरक्षा में तैनात दो जवानों की भी मौत हो गई थी . इस हमले की एक तस्वीर सामने आई थी, जिसमें बाइक पर बीच में बैठा आतंकी नवीद जट बताया जा रहा था .
नवीद के ढेर होने की जानकारी देते हुए राज्य के डीजीपी दिलबाग सिंह ने बुधवार को कहा कि नवीद A++ श्रेणी का आतंकी था . नवीद के साथ मारे गए दूसरे आतंकी की पहचान नहीं हो पाई है . श्रीनगर के श्री महाराजा हरि सिंह हॉस्पिटल के अंदर लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों ने हमला कर इसी वर्ष फरवरी महीने में अबु हंजूला उर्फ नवीद जट को छुड़ा लिया था. इस हमले में दो पुलिसकर्मी भी शहीद हो गए थे . दिलबाग सिंह ने बताया, ‘यह हफ्ता काफी अच्छा रहा. जो लोग कुलगाम, पुलवामा और शोपियां में निर्दोषों को मार रहे थे, उन्हें मार गिराया गया. बुधवार को मारे गए दो आतंकियों में से एक लश्कर ए तैयबा कमांडर नवीद जट भी शामिल था .”
उन्होंने बताया, ‘ नवीद दक्षिण कश्मीर में कई लोगों की हत्याओं में शामिल था. वह पत्रकार शुजात बुखारी हत्याकांड का मास्टरमाइंड भी था.’ उन्होंने बताया, ‘कश्मीर के कई युवाओं और बच्चों को उठाकर गोलियों से भूनने, गला रेतने और पुलिस पर हमले में नवीद शामिल था. पिछले एक हफ्ते में हमने 2 दर्जन से अधिक आतंकियों को ढेर किया है. मुझे लगता है हम बेहतर भविष्य की ओर बढ़ रहे हैं. नवीद का मरना यहां की जनता के लिए राहत की बात है. वह कश्मीरी युवाओं को सोशल मीडिया पर भड़काऊ विडियो पोस्ट करके भड़काने का काम करता था.” दिलबाग सिंह ने बताया, ‘ऐसा नहीं है कि आतंकियों के मारे जाने पर हम खुश होते हैं. जब हमारे स्थानीय नौजवान मारे जाते हैं तो हमें दुख होता है. इसलिए अपील करते हैं कि वे बेवजह किसी बहकावे में आएं, आतंकी संगठनों में शामिल न हों . माइंडवॉश न होने दें .” उन्होंने कहा कि साइट पर एनकाउंटर कर रही पुलिस पर पत्थरबाजी करना ठीक नहीं है . प्लीज ऐसा न करें .