रिपोर्ट – लखनऊ ( ब्यूरो )
रीडर टाइम्स
लखनऊ। मड़ियांव थाना क्षेत्र केशव नगर मोड़ पर वाहन चेकिंग कर रहे दरोगा आजाद को एक रिटायर दरोगा विजय बहादुर के बेटे को रोकना भारी पड़ गया । गाड़ी रोकते ही आरक्षी को दबाव में लेते हुए कहा की आज तक शहर में किसी की औकात नहीं हुई मेरी गाड़ी रोकने की तुमने कैसे मुझे रोक लिया ।
वाहन चेकिंग कर रहे दरोगा आजाद ने बिना हेलमेट पहने गाड़ी सवार लड़को को आरक्षी ने रोका और कहा आप का हेलमेट कहा है इस बात को सुन बाइक चला रहे लड़के ने कहा तुम्हारी औकात कैसे हो गई मुझे रोकने की।
जानते नहीं हो, मेरे पापा पुलिस में है इसी मड़ियांव में रह चुके है । इस बात को सुन SI आजाद ने कहा की हेलमेट पहन कर गाड़ी चलाया करो तो तुम्हारे लिए अच्छा होगा और नियमो का भी उल्लंघन नहीं होगा। इस बात को सुन रिटायर दरोगा के लड़के ने गाड़ी से उतरते ही कहा की तुम मुझे कानून सिखाओगे अभी तुम्हे पता लग जायेगा मैं किसका बेटा हूँ।
इतना सुन SI आजाद में गाड़ी के पेपर मांगे लेकिन गाड़ी में पेपर भी नहीं थे । आगे की नेमप्लेट पर सिर्फ पुलिस लिखा था। मजे की बात यह है की वह बाइक रिटायर दरोगा विजय बहादुर के बेटे की नहीं थी वह गाड़ी उसके दोस्त की थी सिर्फ रौब ज़माने के लिए पुलिस लिखा रखा था न ही दोस्त के पिता पुलिस में है और न ही दोस्त गाड़ी के कागज न होने पर दरोगा आजाद ने कहा पेपर मंगवा लो वर्ना गाड़ी सीज कर दूंगा।
इस बात को सुन रिटायर दरोगा के बेटे ने सड़क पर हंगामा करना चालू कर दिया। गाड़ी सीज होने के बाद आरक्षी गाड़ी थाने ले जा रहा था की रिटायर दरोगा विजय बहादुर के बेटे व दोस्त ने आरक्षी को घेर लिया और कहा गाड़ी थाने नहीं ले जाने दूंगा ।
मेरे पापा की अधिकारीयों में अच्छी पहुंच है। रिटायर दरोगा के साहबजादे यह भी भूल गए कि जिस वर्दी की वह खुले आम धज्जिया उड़ा रहा है कल उनके भी पिता दरोगा थे ।
मौके पर पहुंचे रिटायर विजय बहादुर दरोगा के भी तेवर उनके बेटे से कम नहीं थे और यहाँ तक दरोगा आजाद को देख लेने की धमकी दे डाली और कहा मैं किसान यूनियन में पदाधिकारी हूँ आप मुझे अभी नहीं जानते ।
ऐसे रईस जादों के लिए न कोई कानून मायने रखता है न ही कोई पुलिस ।