श्रीनगर :-जम्मू कश्मीर में शनिवार को सुरक्षाबलों को सबसे बड़ी कामयाबी हासिल हुई है | जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में शनिवार सुबह सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में तीन आतंकी मार गिराए। हिज्बुल के प्रमुख कमांडर जहूर अहमद ठोकर को और उसके दो आतंकी जो पुलवामा जिले का रहने वाला था और पिछले साल जुलाई में 173 टेरिटोरियल आर्मी से हथियार लेकर भाग कर हिज्बुल मुजाहिदीन में शामिल हुआ था | इसके बाद ही लगातार सेना और सुरक्षा बल उसकी तलाश में जुटे थे |
आतंकी संगठन में शामिल होने से पहले जहूर टेरिटोरियल आर्मी से जुड़ा हुआ था। मुठभेड़ के दौरान एक जवान भी शहीद हो गया। पुलवामा में मुठभेड़ स्थल के पास सुरक्षाबलों के साथ स्थानीय लोगों की झड़प हो गई। मुठभेड़ का विरोध कर रहे लोगों ने इस दौरान सुरक्षाबलों पर पथराव किया।
इसके बाद हालात पर काबू पाने के लिए सुरक्षाबलों ने कई राउंड फायरिंग की। आमिर अहमद और आबिद हुसैन नाम के दो युवकों को बुलेट इंजरी आई थी। अस्पताल लाए जाने पर उन्हें डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, आतंकवादियों के छिपे होने की खुफिया सूचना के आधार पर राष्ट्रीय राइफल्स और जम्मू कश्मीर पुलिस के विशेष अभियान समूह ने सुबह पुलवामा के सिरनो गांव में संयुक्त तलाशी अभियान शुरू किया | इलाके में तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
सुरक्षाबलों ने बाहर निकलने के सभी रास्तों को बंद कर दिया। सुरक्षाबलों के जवान तलाशी अभियान के दौरान जब एक विशेष क्षेत्र की ओर बढ़ रहे थे तो वहां छिपे आतंकवादियों ने स्वचालित हथियारों से उन पर अंधाधुंध गोलीबारी करना शुरू कर दिया। सुरक्षा बलों ने भी जवाबी कार्रवाई की और इसके बाद तलाशी अभियान ने मुठभेड़ की शक्ल अख्तियार कर ली।
सूत्रों के अनुसार, मुठभेड़ में 3 आतंकवादी मारे गये हैं जबकि सुरक्षा बलों के भी दो जवान घायल हो गये हैं। आतंकवादियों के शवों को हालांकि अभी तक बरामद नहीं किया गया है।