अशोक ने मुख्यमंत्री और सचिन ने उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली, अखिलेश, मायावती समेत कई बड़े नेता नहीं हुए शामिल

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नई दिल्ली :- अशोक गहलोत ने सोमवार को राजस्थान के 22वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। राज्यपाल कल्याण सिंह ने उन्हें शपथ दिलाई। वे तीसरी बार राजस्थान के मुख्यमंत्री बने हैं। उनके साथ सचिन पायलट ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। शपथ के दौरान सचिन लाल पगड़ी बांधे हुए थे। समारोह में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह मौजूद रहे। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी शामिल हुईं। शपथ ग्रहण में संभावित महागठबंधन के 12 दलों के नेता नजर आए।

 

 

राजस्थान और मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद बसपा प्रमुख मायावती ने कांग्रेस को समर्थन तो दे दिया, लेकिन वह तीनों राज्यों के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा नहीं ले रही हैं | इतना नहीं बल्कि यूपी से कोई भी नेता शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं हुए | बताया जा रहा है कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव भी शपथ ग्रहण समारोह में शिरकत नहीं करेंगे | ऐसे में सवाल उठता है कि क्या मायावती और अखिलेश यादव विपक्षी एकता को झटका देने की तैयारी में हैं |

 

 

बता दें, सोमवार सुबह गहलोत के शपथ ग्रहण समारोह में कई विपक्षी दलों के नेता पहुंचे थे | शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं के अलावा तेलुगू देसम पार्टी (तेदेपा) के नेता एन चंद्रबाबू नायडू, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार, लोकतांत्रिक जनता दल के शरद यादव, द्रमुक नेता एमके स्टालिन, कर्नाटक के मुख्यमंत्री एवं जद (एस) नेता एचडी कुमारस्वामी, राजद नेता तेजस्वी यादव, नेशनल कांफ्रेंस के फारूक अब्दुल्ला और तृणमूल कांग्रेस के दिनेश त्रिवेदी शामिल हुए |

 

 

शपथ ग्रहण समारोह जयपुर में होगा, उसके बाद भोपाल और फिर रायपुर। यहां विपक्षी एकता का प्रदर्शन देखने को मिल सकता है, जैसा कर्नाटक में एचडी कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण में देखने को मिली थी। ऐसी कांग्रेस के खेमे में उम्‍मीद जताई जा रही है। विपक्षी नेता चंद्र बाबू नायडू, फारूक अब्दुल्ला, शरद पवार और स्टालिन के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने की उम्मीद है। कांग्रेस ने दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को भी न्योता दिया है। आप की तरफ राज्‍यसभा सांसद संजय सिंह इस समारोह में शामिल हो रहे हैं।

 

 

लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, भूपेंद्र हुड्डा, सिद्धरमैया, आनंद शर्मा, तरुण गोगोई, नवजोत सिंह सिद्धू, अविनाश पांडे सहित कांग्रेस के अन्य वरिष्ठ नेतागण भी शपथ ग्रहण कार्यक्रम में पहुंचे, शपथ ग्रहण समारोह में राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी शामिल हुईं |

 

 

दरअसल, विपक्ष अभी तक राहुल गांधी के नाम पर एकमत नहीं है। तीन राज्‍यों में विधानसभा चुनाव में जीतने के बाद कांग्रेस को बल जरूर मिला है, वहीं कुछ नेता राहुल गांधी के नेतृत्‍व के भरोसे 2019 लोकसभा चुनाव लड़ने की सलाह भी दे रहे हैं। लेकिन ज्‍यादातर विपक्षी नेताओं को राहुल गांधी स्‍वीकार नहीं हैं।

 

 

वहीं शपथ ग्रहण समारोह से ठीक पहले चेन्नई में एक कार्यक्रम में द्रमुक अध्यक्ष एमके स्टालिन द्वारा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को प्रधानमंत्री प्रत्याशी घोषित कर विपक्षी नेताओं को भौहें तनवा दी हैं। चेन्नई में रविवार को द्रमुक मुख्यालय में एम करुणानिधि की प्रतिमा के अनावरण के बाद एक रैली में स्टालिन ने प्रधानमंत्री पद के लिए राहुल गांधी का नाम प्रस्तावित किया था। उन्होंने कहा था कि राहुल गांधी में नरेंद्र मोदी को हराने की क्षमता है।