आतंकवाद के दलदल में फसा पाकिस्तान पड़ोसी देश के लिए खतरा 

रिपोर्ट – मयंक मधुर स्वतंत्र पत्रकार 
रीडर टाइम्स 
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आतंकवाद को पनाह देनेवाला पाकिस्तान खुद आतंकवाद के चुंगल में फंस कर रह गया है ! पाकिस्तान आतंकवाद के चुंगल से निकलना नहीं चाह रहा या आतंकवाद उसे निकलने नहीं दे रहा है ! एक कमजोर पाकिस्तान अपनी कूटनीति अपनाने से बाज नहीं आ रहा है और आतंकवाद इसका मुख्य कारण है  ! आतंकवाद के कारण पड़ोसी देशों से  पाकिस्तान  के रिश्ते  बिगड़ते जा रहे हैं और पड़ोसी देश अब पाकिस्तान को घेरने का पूरा प्रयास कर रहा हैैं ! अभी भी पाकिस्तान के पास पूरा मौका है की वह कूटनीति को अपने पड़ोसी देशों से सहायता लेकर  आतंकवाद का जड से खात्मा करे ! आतंकवाद को पाकिस्तान बढ़ावा देने और आतंकवादियों को बचाने  की कोशिश करना अन्यथा इसके लिए खुद बहुत बड़ा खामियाजा भरना पड़ सकता है पाकिस्तान या तो आतंकवाद का खात्मा करें या अपनी दोहरी नीति अपनाने से बाज आए! पाकिस्तान के कुछ आला अधिकारी बताते हैं की मैं आंतकवाद का विरोध करता हूं आतंकवाद हमारे देश मैं बहुत बड़ा खतरा है तो सोचने का विषय यह है की जब अभी पाकिस्तान मैं आतंकवाद कि कोई भी घटना घटित होती है तो पाकिस्तान कड़ी कार्यवाही करने की बात करता है और दूसरी ओर जब पाकिस्तानी आतंकवादी कोई घटना पड़ोसी देश के साथ करते है तो अपना मुंह बंद करके बैठ जाता है और दूसरे देशों पर इल्जाम लगाने लगता है वह अपने गिरेबान पर नहीं झांकता कि हम क्या है और हमारे ही आदमी क्या कर रहे हैं अपने पड़ोसी देशों के साथ भाईचारा निभाने की बजाए अपने भाइयों की पीठ पीछे वार करना और गला रेतने जैसा काम कर रहे हैं!
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कश्मीर मुद्दा :- अभी हाल ही में कुछ पाकिस्तानी सैनिकों ने हमारे हिंदुस्तानी जवानों के गले रेत दिये और उनके सराे को हाथ में लेकर उनका घोर अपमान किया है और यह शर्मसार हरकत करके फिर से छुरा घोपने का काम किया है ! अब बात भारत की बर्दाश्त की सीमा के  पार  जा रही है जिसका खामियाजा सीधा पाकिस्तान को भुगतना पड़ सकता है! पाकिस्तान ने जो भारतीय सैनिकों के सर को क्षत-विक्षत कर दिया है यह बर्बरता की हद होती जा रही है ! भारत एक शक्तिशाली देश है इसके पास हर तरह की व्यवस्था है हर तरह की शक्ति है यह कभी भी चाहे तो पाकिस्तान को बर्बाद कर सकता है लेकिन पडोसी देश के साथ में एक घनिष्ठ  रिश्ता रखना चाह रहा है! भारत भी जानता है कमजोर पाकिस्तान पड़ोसी देशों के लिए खतरा है लेकिन पड़ोसी देश भी इसी का अंश है इसलिए इसको बचाकर रखना एक मूल कारण है पाकिस्तानी सैनिकों ने जो भारतीय सेना के साथ किया उनके सर बर्बरता से क्षत-विक्षत कर दिया बहुत दुखद घटना है तुर्की के राष्ट्रपति  एजे गौन ने इस घटना  के बाद पाकिस्तान और भारत के बीच गतिरोध दूर कराने के लिए कश्मीर पर सभी पक्षीय बातचीत करने की बात कही थी !
कश्मीर दो पक्षों के बीच की समस्या है-  भारत-पाकिस्तान के बीच की समस्या कश्मीर है . इस समस्या को सुलझाने के लिए भारत और पाकिस्तान को एक साथ बैठकर इस समस्या का समाधान निकालना चाहिए नहीं तो आने वाले समय पर अगर युद्ध होता है या परमाणु हमला होता है तो जितना भारत को नुकसान होगा ! उससे कहीं ज्यादा पाकिस्तान को खामियाजा भुगतना पड़ सकता है और इसका असर पूरे पड़ोसी देशों पर पड़ेगा ! इस आतंकवाद के लिए आवाज भी यूनाइटेड नेशन में उठाई गई थी ! सैनिकों का सिर काटना यह कोई नई बात नहीं है ! दोनों देशों की सेनाओं पर इस तरह की कार्यवाही करने का आरोप – प्रत्यारोप  लगता रहा है ! यह एक निराशाजनक बात है कि पाकिस्तान ने इस घटना से साफ इंकार कर दिया है ! यह एक दुर्भाग्य की बात है कि उसने दुख प्रकट नहीं किया ! एक संभावना हो सकती थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ ! संयुक्त राष्ट्र सच्चाई का पता लगाए  लेकिन नई दिल्ली में सेम अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय को भारत के खिलाफ पाकिस्तान की याचिका के इंसाफ करने से रोक दिया  कि  दोनों पक्ष आपस  मैं ही मसला सुलझाते हैं या तीसरे पक्ष की अनुमति नहीं दे सकती लेकिन घटना इतनी गंभीर है कि इसे यूं ही नहीं छोड़ सकते हैं या तो इस मसले को अपने सारे पड़ोसी देशों को साथ बैठ कर हल निकालना चाहिए या पाकिस्तान दलदल में पड़  रहा है ! उसे निकालने का रास्ता निकालना चाहिए
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पहले जो घटना हुई उसको साबित करने के लिए भारत के पास सबूत था लेकिन लश्कर-ए-तोयबा का प्रमुख हाफिजस था जिसे अब नजरअंदाज कर दिया गया है  हाफिज सईद मौजूद है लेकिन सभी देशों के सामने से नजरअंदाज कर दिया गया है और अंदर ही बैठकर घर में छिपकर दूसरे देशों के लिए षड्यंत्र रच रहा है ! कहीं कश्मीर पर पत्थर बाजी करवा रहा है और भारत पर अटैक करने की बड़ी-बड़ी प्लानिंग कर रहा है आतंकवाद को तैयार कर रहा है लेकिन पाकिस्तान इस मामले में अपने आप को कुछ नहीं बोल रहा है सीमा पर मौजूद था पर पाकिस्तान जांच का आदेश देने में विफल रहा,  हो सकता है कि यह नियमित सैनिकों की ओर से किया गया है.  यह इस्लामाबाद जंग करने वाले सेना का हिस्सा लगते हैं.  पाकिस्तान पहले ही आतंकवाद के दलदल में फंसा हुआ है और अपनी कमजोरी को छुपा रहा है . पाकिस्तान पहले से ही आंतरिक हिंसा का सामना कर रहा है तालिबान हर रोज 20 से 25 हजार सैनिकों को हर रोज मार रहा है .  यह समझ नहीं आ रहा है या समझाना नहीं चाह रहा है कि अपनी घरेलू हिंसा का सामना कैसे कर रहा है और क्यों करना पड़ रहा है . फेडरल एडमिनिस्ट्रेटिव एरिया में तालिबान से युद्ध कर रहा है.  भारत के खिलाफ मोर्चा खोल कर बैठा है . वास्तव में इस्लामाबाद में पश्चिम सीमा में लड़ाई के लिए भारत की सरहद के कुछ फौज हटा ली है ! भारत को यह समझना अत्यंत आवश्यक है कि अगर पाकिस्तान कभी भी बर्बाद होता है तो तालिबान का सीधा खतरा झेलना पड़ सकता है.  तालिबान भारत के लिए पाकिस्तान से बड़ा संकट उत्पन्न हो सकता है ! स्थिरता का सामना करना पड़ेगा हमारे नीति होनी चाहिए कि पाकिस्तान के उनके निराशजनक पाकिस्तान को उनकी कमजोरी से बाहर लाना चाहिए.  पाकिस्तान आतंकवाद गतिविधि  से बाहर निकल नहीं पा रहा है , निकलने का सुझाव देना चाहिए .
 भारत हर तरह से प्रयाप्त है  माकूल समय पर माकूल कार्यवाही करने के लिए भारत पूर्ण रुप से तैयार है.  इसका खामियाजा दोनों देशों को फिर से भुगतना पड़ सकता है.  इसलिए परिस्थिति को सुधारने का एकमात्र रास्ता है कि दोनों देश आपस में बैठकर इस मसले का सुझाव निकाले या संयुक्त राष्ट्र की सहायता ले कर या वार्तालाप करके इसको हमेशा हमेशा के लिए इस मसले को खत्म करें,  जिससे हमेशा एक अटूट रिश्ता बना रहेगा . पडोसी देश के साथ में और आतंकवाद के चंगुल से निकल कर देश ताकतवर शक्तिशाली देश बन सकता है पाकिस्तान.  अपने प्रजातंत्र के लिए लोकतंत्र के लिए खुशियाली दे सकता है पाकिस्तान . लड़ाई कोई भी किसी चीज का हल नहीं है बातचीत ही  बस एक  रास्ता है हल के लिए.  पाकिस्तान को इसको अपना कर ही चलना होगा !