हवस की पुजारिन गयी जेल

रिपोर्ट- ब्यूरो  हरदोई

रीडर टाइम्स 

final

हरदोई – वासना व हवस की आग में कोई औरत इतनी अन्धी हो सकती है कि रास्ते का कांटा बने अपने पती तक की हत्या करने या कराने में गुरेज नही करे भले ही उस पती से उसका प्रेम विवाह हुआ हो तो इसे आप क्या कहेंगे ?
आपको बताते चलें कि यह वाक्या है हरदोई के आवास विकास का जहां कलयुगी अौरत शीतल ने अपने वर्तमान प्रेमी देहात कोतवाली के प्रगति नगर निवासी राहुल उर्फ आयुष कश्यप कुपुत्र सुरेश के साथ मिलकर अपने उस पती की निर्मम हत्या करने में कोई गुरेज नही किया. जिस पति के साथ नौसाल पहले उसने प्रेम विवाह किया था जिससे एक आठ साल का पुत्र सिध्दांत भी है .
मृतक मनीष डीजे का काम करता था जिसके नौकर के साथ मिलकर उसकी पत्नी ने सुनियोजित तरीके से हत्या कर हत्या को आत्महत्या/दुर्घटना का रूप देना चाहा. लेकिन सक्रिय पुलिस टीम के तेज नज़रों से बच न  सकी और प्रेमी सहित सलाखों के पीछे पहुंच गयी वहीं अपने एक मात्र पुत्र को बेसहारा कर गयी.