अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान से आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा
वॉशिंगटन :- अमेरिका ने कहा कि मुख्य समस्या सीमा पार आतंकवाद और पाकिस्तान द्वारा राज्य की नीति के हथियार के तौर पर आतंकवाद का इस्तेमाल करना है | अमेरिका ने पाकिस्तान से अपील की है कि वह पाकिस्तान में मौजूद आतंकवादी समूहों के खिलाफ ‘स्थायी और लगातार’ कार्रवाई करे। विदेश मंत्रालय का यह बयान ऐसे समय में आया है जब पुलवामा में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी हमले और बालाकोट में जैश के आतंकवादी शिविर पर भारत के हवाई हमले के बाद से पाकिस्तान पर आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए वैश्विक दबाव बढ़ा है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय को एक साथ में आतंकवाद और आतंकवादियों की निंदा करनी चाहिए |
उन्होंने कहा, ‘हम फिर से अपील करते हैं कि पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रति अपनी प्रतिबद्धताओं का पालन करे और आतंकवादियों की पनाहगाह नष्ट करे और उनकी फंडिंग रोके।’ रॉबर्ट ने जैश के मुखिया आतंकी मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने संबंधी सवाल का सीधा जवाब नहीं दिया, लेकिन उन्होंने कहा कि अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में उसके सहयोगी आतंकवादी संगठनों और उसके सरगनाओं की संयुक्त राष्ट्र की सूची को अपडेट करना चाहते हैं।
जम्मू कश्मीर के मुद्दे पर राजदूत राजीव चंद्र ने क्या कहा
जम्मू कश्मीर के मुद्दे पर राजदूत ने कहा कि राज्य पर भारत का नजरिया परिषद में पहले ही साफ किया जा चुका है | मानवाधिकार परिषद के 40वें सत्र को गुरुवार को संबोधित करते हुए जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि राजदूत राजीव चंद्र ने कहा, ‘आतंकवाद मानवाधिकारों का सबसे मौलिक उल्लंघन है और हम इसे नजरअंदाज करके खुद जोखिम लेते हैं | चंद्र ने कहा, ‘पूरा जम्मू कश्मीर राज्य भारत का अभिन्न हिस्सा है | पाकिस्तान हमारी जमीन के एक हिस्से पर अवैध रूप से कब्जा जमाए हुए है | इस तथ्य पर पूर्ण रूप से गौर किया जाना चाहिए | चंद्र ने आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करने पर संयुक्त राष्ट्र के नेतृत्व में आम सहमति का आह्वान किया |