अमरनाथ यात्रा पर जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती ने यात्रा के इंतजामों पर सवाल उठाये है। महबूबा मुफ़्ती ने आरोप लगाए की,” हमारे लोगो के साथ ज्यादती की जा रही है । यात्री हमारे मेहमान है । हम उनका स्वागत करते है । मेनरोड की बंदिशे ख़त्म की जाए । जिससे भाई चारे पर बुरा असर पड़ता है। सालों से अमरनाथ यात्रा होती चली आ रही है। लेकिन दुर्भाग्य से इस साल जो इंतजाम किए गए हैं वे कश्मीर के लोगों के खिलाफ हैं। स्थानीय लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी में इससे बहुत सारी कठिनाई हो रही है।
मैं राज्यपाल से इस मामले में दखल देने की अपील करती हूं । पिछले सात दिनों में 95,000 से अधिक तीर्थयात्रियों ने अमरनाथ यात्रा की है। हालांकि, कानून और व्यवस्था की स्थिति के कारण सोमवार को तीर्थयात्रियों के किसी भी नए जत्थे को जम्मू कैंप से जाने की अनुमति नहीं दी गई। अलगाववादियों ने हिजबुल कमांडर बुरहान वानी की बरसी के मौके पर सोमवार को बंद बुलाया है। वानी 8 जुलाई 2016 को अनंतनाग जिले के कोकेरनाग इलाके में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में मारा गया था। वही जम्मू एवं कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने रविवार को कहा कि स्थानीय मुस्लिमों के समर्थन और सहायता से वार्षिक हिंदू तीर्थयात्रा संभव हो पाई है। मलिक ने लोगों को राष्ट्रीय राजमार्ग पर प्रतिदिन दो घंटे नागरिक यातायात पर लगाए गए प्रतिबंधों को लेकर धैर्य रखने को कहा है क्योंकि यह तीर्थयात्रियों की सुरक्षा से जुड़ा है।
Mehbooba Mufti, PDP: #AmarnathYatra is taking place since yrs. But unfortunately, the arrangements done this yr are against the people of Kashmir. It's causing a lot of trouble in day-to-day lives of local people. I would like to request the Governor to intervene in this. (07.07) pic.twitter.com/ehYEPGUlJ8
— ANI (@ANI) July 8, 2019