कानपुर :प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट बैठक से पास हुए प्रोजेक्ट मिशन रफ्तार पर रेलवे के अमले ने काम करना शुरू कर दिया है। अगले साल से दिल्ली से कानपुर तक 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से सेमी हाई स्पीड ट्रेन चलने जा रही है ।
इस प्रोजेक्ट के तहत बुधवार को ट्रेन-18 बोर्ड के कार्यकारी निदेशक रेड्डी और उत्तर रेलवे और उत्तर मध्य रेलवे जोन के ट्रैफिक के सबसे बड़े अधिकारियों ने दिल्ली से कानपुर तक रेल रूट का निरीक्षण किया।
उत्तर रेलवे के चीफ पैसेंजर ट्रैफिक मैनेजर अजीत सिंह और उत्तर मध्य रेलवे के चीफ पैसेंजर ट्रैफिक मैनेजर डीके वर्मा भी वंदे भारत एक्सप्रेस के ड्राइवर कोच में बैठकर निरीक्षण करते आए और कालका मेल से दिल्ली तक विंडो ट्रेलिंग निरीक्षण करते गए।
दिल्ली से हावड़ा तक 1525 किमी के रूट के अलावा कानपुर से लखनऊ तक के अतिरिक्त मार्ग को इस प्रोजेक्ट में शामिल किया गया है। प्रथम चरण में दिल्ली से कानपुर के बीच तक 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेन चलाई जाएगी।
मार्च से अप्रैल तक इस ट्रैक पर ट्रेन चलाने की योजना है।यह पूरा प्रोजेक्ट 2022-23 में पूरा करने का लक्ष्य है। इस प्रोजेक्ट में कानपुर से लखनऊ का सफर 45 मिनट और दिल्ली से कानपुर का सफर साढ़े तीन घंटे में करने का लक्ष्य बनाया है।
मौजूद समय में दिल्ली-हावड़ा रूट पर 130 किमी प्रति घंटा की अधिकतम गति है। नई दिल्ली से वाराणसी तक वाया कानपुर होकर चलने वाली सेमी हाईस्पीड गाड़ी ट्रेन-18 अभी 130 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलती है। इसे बढ़ाकर 160 किमी प्रति घंटा करने से दिल्ली-हावड़ा के बीच का सफर सिर्फ 12 घंटे में ही पूरा हो जाएगा।