विरेन्द्र कुमार –
दबंगो ने पेट्रोल छिड़क जलाया
– एयर एंबुलेंस से पीड़िता को दिल्ली भेजा गया
– पांचो आरोपी गिरफ्तार
– युवती रायबरेली कोर्ट जा रही थी
– जमानत पर छूटे थे आरोपी
उन्नाव। हैदराबाद में कुछ दिन पहले एक डॉक्टर का गैंगरेप कर उसे जला दिया गया था। तब से देश भर में रेप और महिलाओं पर हो रहे अत्याचार की कई खबरें सामने आयीं। गुरुवार की सुबह उन्नाव मे एक सनसनी खेज मामला मामला सामने आया। उन्नाव में रेप पीड़िता को आरोपियों ने पेट्रोल डालकर जला दिया। मामला पूरे देश के संज्ञान मे आने के बाद विपक्षी दल सरकार पर वार करने से नही चूके। पुलिस ने पांचो आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
उन्नाव के भगवंतनगर विधानसभा के बिहार थाना क्षेत्र के अंतर्गत गुरुवार को गौरा मोड़ के पास गुरुवार की सुबह करीब चार बजे एक गैंगरेप पीड़िता अपने मुकदमे की तारीख पर रायबरेली के लिए ट्रेन पकड़ने जा रही थी। इस बीच गैंगरेप के दो आरोपियों ने अपने तीन दोस्तों के साथ मिलकर पीड़िता पर हमला कर दिया। उन्होंने पहले पीड़िता पर लाठी, डंडे व चाकू से हमला किया और फिर उस पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी। पीड़िता के चीखने चिल्लाने पर आसपास के लोगों मौके पर पहुंचे तो सभी आरोपी भाग निकले। पीड़िता को गंभीर हालत मे जिला अस्पताल ले जाया गया जहां से उसे लखनऊ भेजा गया। लेकिन फिर भी रेप पीड़िता का हालत और नाजुक होने की वजह से उसे एयर एम्बुलेंस से दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल मे रेफर किया गया है।
रेप पीड़िता को गंभीर अवस्था में लखनऊ के सिविल अस्पताल में भर्ती किया गया। बर्न यूनिट में पीड़िता का इलाज चल रहा था। अस्पताल के निदेशक डॉ. डीएस नेगी ने बताया कि पीड़िता 90 प्रतिशत तक आग में झुलसी है। हालत बेहद नाजुक है। इसलिए बेहतर उपचार के लिए दिल्ली रेफर किया जाना अति आवश्यक है। पीड़िता ने आग लगने के बाद स्वयं ही डायल 112 को फोन कर जानकारी दी थी। और भागते हुए पास के सीएचसी मे पहुंची थी।
सुमेरपुर अस्पताल में एसडीएम दयाशंकर पाठक को दिए बयान में पीड़िता ने बताया कि आरोपी पक्ष की ओर से मुकदमा वापस लेने के लिए लगातार दबाव बनाया जा रहा था। उसने मुकदमा वापस नहीं लिया तो हमलावरों ने जान से मारने की कोशिश की। घटना के तत्काल बाद पीड़िता के बयान के आधार पर सभी पांचों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में शिवम त्रिवेदी और शुभम त्रिवेदी मुख्य आरोपी हैं जिन पर अगवा कर गैंगरेप का आरोप है। दोनों आरोपित जमानत पर छूटे थे। इनके अलावा पुलिस ने मुख्य आरोपियों की मदद करने वाले उमेश बाजपेई, हरिशंकर त्रिवेदी और राम किशोर त्रिवेदी को भी गिरफ्तार कर लिया है। घटना की सूचना मिलते ही जिला के अलावा प्रदेश सरकार मे हड़कंप मच गया मौके पर तत्काल एसपी डीएम ने पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया। वही मामले को गम्भीरता से लेते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मौके पर आईजी रेंज एसके भगत को भेजा। और शाम तक रिपोर्ट देने को कहा। मुख्यमंत्री ने पीड़िता को सरकारी खर्चे पर इलाज कराने के निर्देश दिए। वही उन्नाव घटनास्थल पर पहुंचे आईजी जोन एसके भगत ने प्रेसवार्ता के दौरान रेप पीड़िता का नाम ले लिया जिससे डीजीपी ने स्पस्टीकरण मांगा है।