विजय पाल वर्मा , संवाददाता
बलरामपुर, रीडर टाइम्स
रेहरा बाजार-बलरामपुर जिले के उतरौला तहसील अन्तर्गत वन रेन्ज क्षेत्र रेहरा बाजार के अन्तर्गत आने वाले बैरिया,तेन्दुआ नर्सरी पौधशालाओं में जंगल के आसपास बसे गरीब तबक़े के परिवार के लोगो को व महिलाओं, बच्चों को पौधशालाओं में सुबह से लेकर शाम तक काम करते हुए देखा जा सकता है।जो अपने परिवार की एक वक्त की रोटी के लालच में चूल्हे पर खाना बनाने में प्रयोग होंने वाली लकड़ी पर काम करते है।
पिछले कई दिनों से सूत्रों के हवालों से खबर मिल रही थी कि जंगल के आसपास बसे ग्रामीणों से पौधशालाओं में काम करवाया जाता है।इस के एवज में पौधशालाओं में काम कर रहे गरीब तबके के लोगो को खाना पकाने के लिए लकड़ी दी जाती है।सूत्रों के हवाले से मिल रही खबर की हकीकत जानने के लिए जब शनिवार को रीडर टाइम्स की मीडिया की टीम ने पौधशालाओं में जाकर तफ्तीश की तो कई ग्रामीणों के साथ-साथ जंगल के वाचर भी हाँथो में फावड़ा तसला लेकर काम करते हुए पाए गए।पूछे जाने पर जंगल मे काम कर रहे वाचरो ने बताया कि रेन्जर साहब का आदेश है कि आप लोग पौधशाला में काम करे।जिस का हम लोग पालन कर रहे है।
वही पौधशालाओ में काम कर रही महिलाओं ने बताया कि हम लोगो को सुबह से शाम तक जंगल मे काम करवाया जाता है।और हम लोगो को काम करने के एवज में खाना पकाने के लकड़ी दी जाती है।इतना ही नही अगर सूत्रों की मानो तो वन क्षेत्राधिकारी आसपास के लोगो से पौधशालाओं में काम करवाते है और खाना पकाने के लिए लोगो को लकड़ी देने का लालच देते है, जिससे ग्रामीण अंचलों में बसे लोग आसानी से जंगल मे काम करने के लिए तैयार हो जाते है, ऐसा पौधशालाओ में काम कर रही महिलाओं ने बताया है।वही सूत्रों ने कई अहम चौकाने वाले और भी खुलासे किए है, आरोप है कि वन क्षेत्राधिकारी के चहेते कुछ लोग है जिनके खाते में मज़दूरी के नाम पर सरकारी पैसा डाल कर निकलवा लिया जाता है।
फिलहाल तो अभी ऐसे कुछ ही नाम ज्ञात हो पाए है जिनमे प्रमुख रूप से बलके,सन्तू,शिव प्रसाद,मुखिया आदि लोगो के नाम शामिल है।स्थानीय लोगो ने भ्रष्ट्राचार में लिप्त वनक्षेत्राधिकारी के कार्यकाल की जांच कराए जाने की मांग शासन से की है।जांच में कई अहम तथ्य निकलकर सामने आ सकते है।जो बेहद ही चौकाने वाले हो सकते है।वही उक्त समस्या को लेकर जब कंजरवेटर गोण्डा से फ़ोन पर जानकारी की गयी तो उन्होंने जांच कर कार्यवाही किए जाने की बात कही है।