संवाददाता (विजय पाल वर्मा)
रीडर टाइम्स
बलरामपुर जिले के उतरौला तहसील अन्तर्गत वन रेंज में नही थम रहा है अवैध पेड़ो की कटान। जिम्मेदार अपनी देख-रेख में वन माफियाओं के साथ मिलकर धड़ल्ले से करवा रहे हैं हरे बेसकीमती लकड़ियों का अवैध कटान।सूत्र के मुताबिक अवैध कटान में विभाग के संलिप्त लोगो को बस अपने हिस्से से मतलब है।इनको न तो शासन का डर है और न ही विभाग के उच्चाधिकारियों का। इसीलिए ये बेखौफ होकर पेड़ो की अवैध कटान धड़ल्ले से करवाकर अपनी जेब भरने में जुटे हैं उत्तर प्रदेश की योगी सरकार जहाँ एक तरफ पर्यावरण संरक्षण को लेकर वन माफियाओं पर कार्यवाही कर अवैध कटान रोकने का दावा कर रही है।वहीं लकड़ी माफिया मुख्यमंत्री के आदेशों की धज्जियां उड़ा रहे हैं।मगर यह दावे यह वादे धरातल पर महज कोरी कल्पना ही साबित हो रहे है।जब जिम्मेदार ही अपनी जिम्मेदारी भूल बैठे हो तो ऐसे में यह सब कोई नई बात नही है।जिम्मेदारों पर सरकार के आदेशों का कोई फर्क नही पड़ रहा है।पिछले कई दिनों से सूत्रों के हवालो से खबर मिल रही थी कि क्षेत्र में जो हरे पेड़ो की अवैध कटान हो रही है क्षेत्रीय वनाधिकारी रेहरा व सादुल्लाहनगर खुद अपनी देखरेख में अबैध कटान करवा रहे हैं।क्षेत्र में हो रही चर्चाओं व सूत्रों के हवाले से मिल रही ख़बर के मुताबिक़ जब इस बात पर गौर किया गया तो क्षेत्र में कई जगहों पर अवैध कटान होते पाया गया।ऐसा तस्वीर देख कर आप साफ अंदाजा लगा सकते है।मामले की तह तक जाकर जब तफसीश की गयीं तो अवैध कटान में वन क्षेत्राधिकारी के संलिप्त होने की बात पायी गयीं। सूत्रों की मानें तो क्षेत्र में हरे पेड़ो की अवैध कटान का सिलसिला पिछले कई दिनों से वन क्षेत्राधिकारी की सह पर चल रहा है।कटान करवाने के एवज में वन क्षेत्राधिकारी वन माफियाओं को अपने आवास पर बुलाकर अवैध कटान कराने का जिम्मा लेते हैं और पेड़ों के हिसाब से वन माफियाओं से हिस्सा लेते है।अगर कही से बाद में मामले की जानकारी अगर वन क्षेत्राधिकारी को किसी के माध्यम से होती भी है तो वह मामले की लीपापोती कर मामले को रफा दफा कर देते है।जिस से क्षेत्र में अवैध कटान थमने की बजाय बढ़ रहा है।वही उक्त मामले को लेकर जब कंजरवेटर से बात की गयीं तो उन्होंने कहा कि दूरभाष के माध्यम से जानकारी मिली है।अगर क्षेत्र में अबैध कटान हो रहा है तो मामले की निष्पक्ष जांच करवाकर दोषी पाए जाने वाले व्यक्ति के खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाएगी।