शिखा गौड़ डेस्क रीडर टाइम्स
राजस्थान,बच्चो को दलाल के माध्यम से बेचा जा रहा हैं|जो की उनकी जिंदगी को बर्बाद य ख़तम कर दे रहा हैं|बच्चो की तस्करी को लेकर बहुत से मामले सामने आ रहे हैं|गिरवी रखने के बदले बच्चों को दोनों समय का भोजन और परिवार के मुखिया को 2,500 से 3000 मासिक दिए गए थे।बच्चे जब काफी टाइम तक घर वापस लौटे तो विकलांग थे या फिर बीमार थे|बच्चो का शरीर बहुत जड़ा ख़राब हो चूका होता हैं की वो ठीक तरह से काम भी नहीं कर सकते हैं|कुछ बच्चो की मृत्यु हो जाने के बाद उनके माता पिता को खबर दी जाती थी|राजस्थान के पास के ज़िलों में गांव के सैकड़ो बच्चे राजस्थान से महाराष्ट्र मजदूरी के लिए गए तो फिर जब वायस ऐ तो किसी का हाथ नहीं तो किसी का पैर नहीं|पढ़ाई की उम्र में बच्चो को मजदूरी करनी पड़ती हैं|बहुत से घरो के अगन में माता-पिता अपने बच्चो का इंतजार करते हैं|गरीबी हालत में बच्चो को रोटी के लिए दलालो के पास गिरवी रखा गया था| पर अब न तो वो दलाल वापस आए न बच्चे|कुछ बच्चे वापस आए तो बहुत ही बुरी हालत में| गरीबी स्थिति में बच्चो को बहुत सी मुश्किलों का सामना करना पड़ता हैं|डूंगरपुर जिला पुलिस अधीक्षक जय यादव ने बताया कि पुलिस हमेशा सतर्क रहती है। बच्चों की तस्करी की जैसे ही सूचना मिलती है तत्काल कार्रवाई की जाती है। कई बार बच्चों को दलालों से छुड़ाकर वापस परिजनों को सौंपा गया है।