शिखा गौड़ डेस्क रीडर टाइम्स
लवगुरु मटुकनाथ और उनकी शिष्य जुली कि प्रेम कहानी|उम्र की सीमा समाज को न देखते हुए एक प्रेम कहानी का खुलासा देवी ने लगाया आरोप-प्यार के नाम पर कलंंक हैं|कम उम्र सीमा को न देखते हुए समाज के बारे में न सोचकर जुली ने लवगुरु मटुकनाथ का हाथ थामा|पर कुछ ऐसे स्थिति पड़ गई की वो आध्यात्मिक की और मुड़ गई|मिली जानकारी के अनुसार जुली जिंदगी और मौत से लड़ रही हैं|जुली मानसिक रूप से बीमार हैं|जुली की दोस्त देवी जुली के बारे में सब कुछ पता चल गया था|उसने मटुकनाथ पर आरोप लगया की जब जुली की ऐसी हालत हैं तो वो उसे क्यों नहीं भारत लाया|देवी ने बताया की मटुकनाथ के पास जुली को भारत लेन के लिए पैसे नहीं|पर अब देवी ने ठान लिया की जुली को वापस लाना हैं|जुली को भारत लाकर उसका इलाज करवाना हैं| दूसरी तफर जुली के भाई ने भी कह दिया की अब उससे कोई रिश्ता नहीं हैं|देवी ने मटुकनाथ पर आरोप झूठा और ठोगी हैं| जुली ने उसके लिए सब कुछ त्याग दिया हैं|और मटुकनाथ ने जुली को ऐसे हालत में छोड़ दिया जब उसे उसकी जरुरत थी| बल्कि परिवार से लेकर समाज तक में हंगामा भी बरपा था| जहा मटुकनाथ ने शिष्य से प्रेम करके बसे बसाए घर को छोड़ दिया वही दूसरी तरफ जुली ने भी अपने परिवार वालो को छोड़ दिया था|