रिपोर्ट – सैय्यद मोहम्मद शकील, रीडर टाइम्स
लखनऊ । “बच्चों के दीदार को साल भर से भटक रही माँ की जब हमारी टीम के द्वारा पड़ताल की गयी तो सच्चाई कुछ अलग ही निकल कर आयी । जब रुबीना के पूर्व पति मिर्ज़ा फहद बेग से पक्ष जानना चाहा तो सच्चाई कुछ इस तरह से सामने आयी । मिर्ज़ा फहद ने बताया की मेरी शादी हुसैनाबाद निवासी सरवर अली उर्फ़ मुन्ना की बेटी रुबीना से 2009 में हुई थी इस दौरान तीन बच्चे हुए 1 बेटा 2 बेटी मेरी पत्नी अक्सर मेरी बहनो माँ एवं भाई से किसी न किसी बात पर लड़ाई करती थी रोज़ रोज़ की लड़ाई से तंग आकर मेरी माँ ने मुझे दूसरा मकान दे दिया. लेकिन उसकी आदतो में कोई सुधार नहीं आया.
दिनांक 16.12.16 को हम दोनों की सहमति से तलाक हो गया था . जिसका फतवा नदवा से मिल गया था . उसी दिन रुबीना मेरी छोटी बेटी को साथ लेकर अपने पिता के घर चली गयी थी ।दुबारा रुबीना ने मुझे परेशान करने की नियत से 18.1.17 को अपने पति एवं माँ, भाई, बहनो के खिलाफ थाना कोतवाली मडियांव में अपराध संख्या 98 पर दर्ज़ करवाया । पुनः 17.7.17 को मिर्ज़ा फहद के घर पर एडवा की महिला सदस्यों के साथ पहुचकर सास देवर एवं ननदो के साथ मारपीट की गयी जिसकी सूचना 100 नंबर पे दी गयी सम्बंधित थाने की पुलिस मौके पर पहुच गयी।
जिसका मुक़दमा अपराध संख्या 0753/17.7.17 पर धारा 452/323/504/506 रुबीना सीमा गुडडू के खिलाफ दर्ज़ है . इतना सब होने के बाद एक बार फिर दिनांक 27.8.17 को अज़ीज़ नगर में रहने वाली बड़ी ननद के यहाँ 7-8 औरतो के साथ धावा बोल दिया . 100 पे बहन के सुचना देने के बाद पुलिस सबको थाने ले गयी तथा रुबीना गुडडू बेबी कल्लू सय्यद जरी अरशद रुबीना की चाची व 3 अन्य के खिलाफ अपराध संख्या 0929 /27.8.17 पर धारा 147/323/504/506अंकित है । ये सारी बाते रुबीना के तलाकशुदा पति ने बताई . इस दौरान हमारे द्वारा बच्चों से बात की गयी जिसमे बच्चों ने कहा मेरी माँ हमें मारती पीटती थी . हम अपने अब्बू मिर्ज़ा फहद के ही साथ रहेगे .
जब हमारी टीम फहद के घर पहुची तो बच्चे फातिमा इण्टर कॉलेज की ड्रेस पहने हुए मिले . इससे प्रतीत होता है की बच्चों का पालन पिता एवं उनके परिवार द्वारा अच्छे से किया जा रहा है। मिर्ज़ा फहद के छोटे भाई मिर्ज़ा आज़ाद ने बताया अभी 2 दिन पहले को चाइल्ड लाइन संस्था से फ़ोन आया था की दोनों बच्चों को लेकर आ जाओ. आपके खिलाफ तहरीर आयी है. जब वहां जाकर पड़ताल की गई तो पता चला ये संस्था यतीम बच्चों की देख रेख के लिए है ।