ब्यूरो हैड राहुल भारद्धाज
रीडर टाइम्स
दौसा , कोरोना से लड़ाई की बात करें तो बिना आशा यह लड़ाई संभव नहीं है। अग्रिम पंक्ति की ये स्वास्थ्य कार्यकर्ता मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पीएम वर्मा की अगुवाई और मार्ग दर्शन में पूरे जिले में कोविड-19 के खिलाफ मोर्चा संभाले हैं। इन्हीं में से कुछ आशाएं ऎसी हैं जो लीक से हटकर भी कार्य कर रही हैं।ऐसे ही आशा हैं बांदीकुई ब्लॉक की बिमला सैनी।
सैनी, बांदीकुई ब्लॉक में बसवा सब सेंटर के तहत जागीर स्थित आंगनबाडी केन्द्र पर कार्यरत हैं। बकौल सीएमएचओ डॉ. वर्मा ने जब उन्हें यह बताया गया कि आपको अपने इलाके में जाकर आमजन को कोरोना के प्रति जागरूक करना है और संदिग्धों की सूचना भी देनी है तो वे सहर्ष तैयार हो गई। इसके लिए सभी आशाओं को प्रशिक्षण भी दिया गया। बिमला सैनी ने प्रशिक्षण के दौरान न केवल कोरोना को समझा बल्कि मास्क के महत्व को भी रेखांकित कर लिया था। सरकार और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय अपने स्तर पर मास्क, सेनेटाईजर आदि संसाधन उपलब्ध कराने के प्रयास कर रहा था, लेकिन सरकार के प्रयास तभी सफल होते हैं जब आमजन जागरूक हो। यहां बिमला की भूमिका को कम नहीं आंका जा सकता। बिमला ने मास्क बनाना सीखा और अपने खर्च पर कपड़ा आदि ले आई। दिन में वे फील्ड में जाकर आमजन को कोरोना के लक्षण,बचाव, घर में रहने के फायदे बताती और प्रेरित करती। जब घर लौटती तो मास्क बनाने में लग जाती। इस बीच परिवार को संभालना भी जरूरी था। तीन मोर्चो पर वे एक साथ डटी हैं और घर पर अपने खर्चे पर मास्क बनाकर पूरे इलाके में आमजन को नि:शुल्क उपलब्ध करा रही हैं। इस संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पीएम वर्मा का कहना है कि आशा का यह सहयोग बहुत बडा है। काम के साथ हालात को समझना और उसके अनुसार रिएक्ट करना समझदारी को दर्शाता है। कोरोना काल जैसे समय में हम सभी का कर्तव्य है कि कुछ ऐसे करें जो इंसानित के काम आए।