ब्यूरो हैड राहुल भारद्वाज
रीडर टाइम्स
जयपुर :सम्पूर्ण शराब बन्दी आंदोलन जस्टिस फ़ॉर छाबड़ा की राष्ट्रीय अध्यक्ष पूनम अंकुर छाबड़ा ने देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखकर इस वैश्विक कोरोना नामक महामारी के कारण जनित आपदा के समय सरकार द्वारा शराब बिक्री के निर्णय पर रोष प्रकट करते हुए राष्ट्रपति से हस्तक्षेप कर देश हित मे सम्पूर्ण शराब बंदी करवाने की मांग रखी है।
पूनम अंकुर छाबड़ा ने पत्र के माध्यम से राष्ट्रपति को लिखा है कि इस वैश्विक आपदा के समय शराब व अन्य नशे के उत्पादों की बिक्री पर से रोक हटाकर पूनः बिक्री को शरू किए जाने के कारण महामारी तेज़ी से बढ़ेगी।छाबड़ा ने पत्र के माध्यम से बताया है कि शराब ही अपराधों की जननी है, शराब व अन्य नशे के उत्पादों के कारण आपराधिक आंकड़े देश मे बढ़ते रहे है, घरेलू हिंसा का भी मुख्य जनक ही शराब है और सड़क दुर्घटनाएं भी इसी कारण होती रही है। पिछले दिनों लॉक डॉउन के चलते शराब व अन्य नशे के उत्पादों की बिक्री बन्द हुई तो आपराधिक मामलों में व घरेलू हिंसा में एकदम गिरावट आ गई थी ।आम जन ने भी 43 दिन तक शराब व अन्य नशे के उत्पादों से दूरी बना रखी थी परन्तु सरकार ने अपने राजस्व के लालच में शराब बिक्री पुनः शरू कर डाली है ओर लॉक डॉउन के नियमों जैसे सोशल डिस्टेंसिग व खुले में ना थूकना आदि नियमों की स्वयं सरकार ने धज्जियां उड़ा दी हैं ।डब्ल्यू.एच.ओ. के द्वारा जारी दिशा निर्देशों की भी अवहेलहना की गयी है।
पूर्व विधायक और शराब बंदी आंदोलन के प्रणेता स्व. गुरुशरण छाबड़ा की पुत्रवधू पूनम अंकुर छाबड़ा ने राष्ट्रपति से शराब व अन्य नशे के उत्पादों को बंद करने के लिए आग्रह करते कहा की देश की आम जनता के हित मे शराब व नशा बंदी पर शीघ्र निर्णय किया जाये।