संवाददाता राकेश शर्मा
रीडर टाइम्स
• मंत्री के निर्देशों को भी किया नजरअंदाज,पात्र लोगों को नहीं मिल रहा खाद्य सुरक्षा का लाभ
लालसोट : एक तरफ जहां पूरा प्रदेश कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे से जूझ रहा है तो दूसरी ओर खुद की आदत से लाचार एवं भ्रष्टाचार की इबारत लिखने में मशहूर रहे राशन डीलर इस वीभत्स समय में भी राशन सामग्री का गबन करने से नहीं चूक रहे हैं । जिंदा लोगों का तो जिंदा रहते हुए उनके सामने रसद सामग्री गबन करने के कई मामले सामने आते रहे हैं लेकिन लालसोट उपखंड की पट्टी किशोरपुरा ग्राम पंचायत के महाराजपुरा में मृत व्यक्तियों के नाम से भी राशन डीलर गंगा विशन मीणा द्वारा गैर कानूनी तरीके से मृत व्यक्तियों के नाम से उनकी राशन सामग्री का उठाव करना सामने आया है । यह खुलासा तब हुआ जब पट्टी किशोरपुरा ग्राम पंचायत के महाराजपुरा ग्राम की गोलियों की ढाणी में लॉक डाउन से प्रभावित जरूरतमंद परिवारों को खाद्य सामग्री की समस्या होने लगी ।इसके बाद जब राशन कार्ड धारी जो कि खाद्य सुरक्षा में भी थे ऑनलाइन उनके राशन कार्ड में रसद सामग्री वितरण की जांच की गई तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए ।करीब डेढ़ साल पहले ही मृतक जिसका ग्राम पंचायत द्वारा मृत्यु प्रमाण पत्र भी जारी किया गया है उस राशन कार्ड से डीलर द्वारा राशन का उठाव दर्शा रखा था,वही परत दर परत खुलासा होने के बाद उपभोक्ता राकेश महावर ने बताया कि उसकी बेटी पूजा का देहांत हो चुका है लेकिन राशन डीलर 40 किलो राशन पर साइन करवाता है और 35 किलो राशन देकर उसे रवाना कर देता है । इसी तरह एक राशन उपभोक्ता रूपनारायण महावर ने जानकारी देते हुए बताया कि उसके द्वारा 17 अप्रैल 2020 को कोई रसद सामग्री का उठाव नहीं किया गया था लेकिन उसकी रसद सामग्री का दूसरे डीलर कमलेश कुमार मीणा के यहां से उठाव होना दिखा दिया गया जबकि वह रसद सामग्री उसके द्वारा प्राप्त ही नहीं की गई। उद्योग व राजकीय उपक्रम मंत्री परसादी लाल मीणा द्वारा गत दिनों ली गई बैठक के दौरान अधिकारियों से स्पष्ट तौर पर कहा था कि राशन डीलर यदि रसद सामग्री वितरण व्यवस्था में गड़बड़ी करें या फिर किसी उपभोक्ता के राशन को डकारने का कार्य करें संबंधित राशन डीलर पर मुकदमा दर्ज कर उसे तुरंत गिरफ्तार किया जाए। वहीं यदि कोई खाद्य सुरक्षा का पात्र है तो जांच पड़ताल कर तुरंत उसका नाम जोड़ने के निर्देश दिए थे लेकिन मंत्री के निर्देशों को भी जिम्मेदारों द्वारा इस कोरोना संक्रमण महामारी के चलते भी नजरअंदाज कर दिया गया ।राशन डीलर द्वारा की जा रही इस कारगुजारी से एक बात तो साफ होती है कि मौजूदा समय में अगर जांच पड़ताल की जाए तो कुछ प्रभावशाली एवं रसूखदार लोग खुद का प्रभाव का इस्तेमाल कर खाद्य सुरक्षा का लाभ ले रहे हैं । इस कारण खाद्य सुरक्षा के पात्र लोग इस योजना का लाभ लेने से वंचित बने हुए हैं. ग्राम पंचायत पट्टी किशोरपुरा में बहुत बड़ा घोटाला है मृत लोगों के राशन सामग्री उठाई जा रही है और बहुत से केस ऐसे हैं जिनके राशन के दोनों व्यक्ति मर गए हैं उनका मृत्यु प्रमाण पत्र बन गया है उसके बाद निरंतर तो और उसे उनकी राशन सामग्री उठाई जा रही है लोगों में भारी रोष है और पूरी ग्राम पंचायत वासियों ने स्पष्ट कहा है कि इस घोटाले की जांच यदि पूरी सच्चाई के साथ नहीं हुई तो समस्त ग्राम पंचायत वासी धरने पर बैठने के लिए तैयार हैं ।
संवाददाता राकेश शर्मा
रीडर टाइम्स