ब्यूरो हैड राहुल भारद्वाज
रीडर टाइम्स
• वस्त्र नगरी भीलवाड़ा सहित प्रदेश में टैक्सटाइल सेक्टर ने पकड़ी रफ्तार
• मेगा सीमेंट यूनिटों और 700 खाद्य तेलों में हो रहा है उत्पादन
जयपुर: उद्योग व राजकीय उपक्रम मंत्री परसादी लाल मीणा ने बताया है कि राज्य में वस्त्र नगरी भीलवाड़ा में टैक्सटाइल उद्योग अब धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ने लगा हैं वहीं पाली व बालोतरा में भी उद्योग पटरी पर आने लगा है। उन्होंने बताया कि भीलवाड़ा की टैक्सटाइल सेक्टर की सभी 9 मेगा इकाइयो मे उत्पादन शुरु होना प्रदेश के टैक्सटाइल उद्योग के लिए शुभ संकेत है। भीलवाड़ा में ही टैक्सटाइल क्षेत्र की करीब 45 मेगा व वृहदाकार इकाइयों के साथ ही 250 एमएसएमई इकाइयों में भी उत्पादन शुरु हो गया है।
उद्योग मंत्री मीणा ने बताया कि लॉकडाउन-4 को प्रदेश में ओपनिंग-1 के रुप में लिया जा रहा है। प्रदेश में औद्योगिक गतिविधियों को सामान्य स्तर पर लाने के लिए प्रयासों में तेजी लाई गई है वहीं मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत द्वारा स्वयं औद्योगिक परिसंघों से वीसी के माध्यम से संवाद का परिणाम रहा है कि राज्य में औद्योगिक गतिविधियाें में तेजी आई है। उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा लॉकडाउन एक से लॉकडाउन 3 तक अनुमत श्रेणी से लेकर अधिकांश औद्योगिक गतिविधियां आरंभ करने को आसान बनाया और रीको के औद्योगिक क्षेत्रों सहित सेज, ग्रामीण व निजी क्षेत्र के औद्योगिक क्षेत्रों व पार्कों को खोल दिया जिससे औद्योगिक गतिविधियो की शुरुआत होने लगी। उन्होंने बताया कि एसीएस उद्योग डॉ. सुबोध अग्रवाल आयुक्त मुक्तानन्द अग्रवाल व रीको एमडी आशुतोष पेडनेकर के साथ परस्पर समन्वय से प्रदेश में औद्योगिक गतिविधियों आरंभ कराने में जुटे रहे और प्रक्रिया को आसान बनाने के साथ शंकाओं व जिज्ञासाओं का समाधान किया जिससे प्रदेश में औद्योगिक क्षेत्र में बेहतर माहौल बन सका।उद्योग मंत्री मीणा ने बताया कि केन्द्र व राज्य सरकार की समय समय पर जारी एडवाइजरी, स्वास्थ्य प्रोटोकाल और सोशल डिस्टेंस आदि की पालना सुनिश्चित कराने से कम श्रमिकों से ही उत्पादन कार्य होने लगा है।अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि सीमेंट, खाद्य तेल, आटा-दाल-बेसन, फार्मा, इलेक्ट्रोनिक्स, आईटी आदि की इकाइयों ने काम करना शुरु किया है। भीलवाड़ा की चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि भीलवाड़ा में 10 मेगा इकाइयों में से सभी 9 टैक्सटाइल व एक अन्य सहित सभी 10 इकाइयों में उत्पादन शुरु हो गया है। उन्होंने बताया कि इनमें से भीलवाड़ा की 9 मेगा टैक्सटाइल इकाइयों में मंडपम, खारीग्राम और कान्याखेडी में आरएसड्ब्लूएम, चित्तोड़रोड भीलवाड़ा में नितिन स्पिनर्स, सरेरी व हुरडा में सुदिवा स्पिनर्स, हमीरगढ़ व सरेरी में संगम इण्डिया और नानकपुरा मंडल में कंचन इण्डिया में उत्पादन आरंभ हो गया है।
डॉ. अग्रवाल ने बताया कि खास बात यह है कि टैक्सटाइल क्षेत्र में स्पिनिंग, वीविंग व प्रोसेसिंग की चैन होती है। इनमें एमएसएमई सेक्टर में बड़ी संख्या में स्पिनिंग, विविंग व प्रोसेसिंग का काम शुरु हो गया है। उन्होंने बताया कि बालोतरा में 25 फीसदी टैक्सटाइल उद्योगों और पाली में 50 इकाइयों में उत्पादन होने लगा है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के 34 सीमेंट यूनिटों में उत्पादन हो रहा हैं वहीं 700 तेल मिलों में खाद्य तेलों का उत्पादन हो रहा है।