ब्यूरो हैड राहुल भारद्वाज
रीडर टाइम्स न्यूज़
• ज्यादा जांचें होने से कोरोना पॉजिटिव्स की संख्या में हो रहा इजाफा
जयपुर : चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने बताया कि प्रदेश में पहले की मुकाबले कहीं ज्यादा जांचें प्रतिदिन की जा रही हैं, यही वजह है कि कोरोना पाजिटिव मरीजों की संख्या में बढोतरी हुई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में मृत्युदर में पिछले दिनों की तुलना में गिरावट आई है, ऎसे में आमजन घबराए नहीं। सजग और सतर्क होकर जीवन जीएं।डॉ. शर्मा ने कहा कि पिछले सप्ताह तक प्रतिदिन औसत 15 हजार जांचें प्रतिदिन की जा रही थी। अब विभाग लगभग 20 हजार जांचें प्रतिदिन कर रहा है। जितनी ज्यादा जांचें होंगी, उतने ज्यादा केसेज आ सकते हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कि भी यहीं मंशा है| कि गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों को प्लाज्मा थैरेपी दी जाए लेकिन प्रदेश में मृत्यु दर कम रहे और किसी भी कोविड संक्रमित व्यक्ति की मृत्यु ना हो।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जिन जिलों में संक्रमण का प्रसार ज्यादा हो रहा है| उनमें विशेषज्ञ दलों को भेजा जा रहा है। उन्होंने बताया कि अलवर एवं पाली जिले में कोरोना वायरस के संक्रमण से उत्पन्न स्थिति को दृष्टिगत रखते हुए संक्रमण से बचाव, रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए राज्य स्तरीय दल भेजे गए हैं। इस दल में डॉ. अवतार सिंह दुआ के नेतृत्व में एक राज्य स्तरीय टास्क फोर्स का गठन किया गया है, जो कि कोविड-19 के बचाव के उपायों के अलावा, जरूरी डाटा का विश्लेषण कर राज्य सरकार को अवगत कराएगी।डॉ. शर्मा ने बताया कि जो लोग होम और संस्थागत क्वारंटाइन में रह रहे हैं| उनका भी अभियान चलाकर निरीक्षण करने की योजना विभाग बना रहा है, ताकि उनकी पूरी मॉनिटरिंग हो। उन्होंने कहा कि सरकार कोरोना को हराने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि लोगों की असवाधानी भी संक्रमण के प्रसार की वजह है। कुछ लोगों को लगता है कि कोरोना खत्म हो गया है और वे लापरवाही बरत रहे हैं। नतीजन उनके संपर्क में आने से कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार बार-बार लोगों से अपील भी कर रही है कि कोरोना की अभी कोई दवा नहीं आई है| और केवल सावधानी ही उपचार है। उन्होंने कहा कि सरकार बार-बार चेहरे पर मास्क लगाने, बार-बार साबुन से हाथ धोने, भीड़ या समूह में ना जाने और कोरोना से सभी प्रोटोकॉल का पालन करने की अपील कर रही है। सावधानी और बचाव के अनुशासन से ही कोरोना को हराया जा सकता है।