डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़
1- कार नहीं पलटी सरकार पलटने से बचाई गई
2- विकास दुबे के बीजेपी से थे संबंध
3- एनकाउंटर नहीं होता तो राज खुलते
लखनऊ : कानपुर की विकरु गांव में 8 पुलिस वालों की निर्मम हत्या का गुनहगार विकास दुबे आज कानपुर के पास भौती में पुलिस मुठभेड़ में मार गिराया गया पुलिस द्वारा किए गए उसके एनकाउंटर पर सैकड़ों सवालिया निशान लगाए जा रहे हैं | समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मीडिया को बताया कि विकास भाजपा संरक्षित अपराधी था और यह एनकाउंटर सरकार को बचाने के लिए किया गया है | उन्होंने कहा कि यह कार पलटी नहीं है सरकार को पलटने से बचाया गया है | क्योंकि यदि विकास जिंदा बच जाता तो कई चेहरों से नकाब हट जाता |
अखिलेश यादव ने एनकाउंटर पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि जिस गाड़ी में विकास सवाल ही नहीं था उसके पलटने से वह कैसे भाग सकता है साथ ही उन्होंने जितने भी एनकाउंटर पुलिस ने अब तक किए हैं उन सभी अपराधियों की सीडीआर पब्लिक करने की मांग की है | उन्होंने कहा है कि कॉल डिटेल की मिलते ही अपराधियों के तार कहां-कहां जुड़े हैं यह बिल्कुल साफ हो जाएगा | उन्होंने साफ कहा कि मंदिर की वायरल तस्वीरों से साफ जाहिर है कि विकास ने मंदिर में आत्मसमर्पण किया और सवाल कई उठते हैं कि आखिर प्रदेश के हाई अलर्ट पर रहने के बाद भी विकास नहीं इतना लंबा सफर तय कर उज्जैन कैसे पहुंचा और उज्जैन में किस ने उसकी मदद की? मंदिर में समर्पण के पीछे की कहानी क्या थी? कोई तो सरकार ने था जो उसकी मदद कर रहा था |
अब विकास के मारे जाने के बाद कई राज उसके सीने में दफन हो गए हैं जिनका बाहर आना जरूरी था और शायद इसी के डर के कारण विकास अब इस दुनिया में नहीं है | उधर राहुल गांधी ने ट्वीट के माध्यम से सरकार पर तीखा हमला किया है उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है कि,
“कई जवाबों से अच्छी है खामोशी उसकी
ना जाने कितने सवालों की आबरू रख ली”
कांग्रेस पार्टी लगातार इनकाउंटर मामले में सरकार पर हमलावर है बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी ट्वीट के माध्यम से विकास दुबे के एनकाउंटर की सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में निष्पक्ष जांच की मांग की है उन्होंने कहा है कि,
“कानपुर पुलिस हत्याकांड की तथा साथ ही इसके मुख्य आरोपी दुर्दांत विकास दुबे को मध्य प्रदेश से कानपुर लाते समय आज पुलिस की गाड़ी पलटने व उसके भागने पर यूपी पुलिस द्वारा उसे मार गिराए जाने आदि के समस्त मामलों की माननीय सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में निष्पक्ष जांच होनी चाहिए|”
उधर सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने भी इस एनकाउंटर पर सवाल खड़े करते हुए हाईकोर्ट के जज से जांच कराने की मांग की है उन्होंने कहा है कि इसमें कोई दो राय नहीं है कि विकास एक दुर्दांत अपराधी था और अपने अपराधी रसूख के बल पर ही वह 3 सालों तक दबंगई से खुला घूमता रहा और योगी सरकार ने सारे सबूतों के बावजूद उस पर आज तक कार्यवाही क्यों नहीं की? पुलिस की कस्टडी के अंदर होने के बाद भी इतने बड़े घटना चक्र का होना बहुत बड़ी बात है उसे कोर्ट में पेश किया जाना था वहां उसको भले ही फांसी दे दी जाती लेकिन यह न्यायिक प्रक्रिया के अंदर होना चाहिए था|
असलियत तो विकास के साथ जा चुकी है लेकिन हत्या किसी भी समस्या का हल नहीं चाहे अपराधी की हो या निर्दोष की अपराध को मिटाने के लिए अपराध ही किया जाना कितना तर्कसंगत है |