विश्व युवा कौशल दिवस : पीएम मोदी ने कहे कुछ शब्द
Jul 15, 2020
शिखा गौड़ डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़
“आज विश्व युवा कौशल दिवस पर प्रधानमंत्री ने वीडियो के द्वारा देशवासियो को सम्बोधित किया। आज “कौशल इंडिया मिशन” को 5 साल पुरे हो रहे हैं। “कौशल इंडिया मिशन” का मिशन देश को व् देश के सभी युवाओ को अधिक विकासशील बनाता हैं।और यह आपको दुसरो से अलग बनाता हैं।
प्रधानमंत्री ने ये भी कहा कि , कोरोना कि इस कठिन घड़ी ने वर्ल्ड कल्चर के साथ नेचर ऑफ़ जॉब में भी परिवर्तन कर दिया हैं। परन्तु हमारे युवा देश कि कठिन परिस्थति में भी बदलते वक्त के साथ एक नया कौशल का ज्ञान सीख रहे हैं। कौशल के जरिये बहुत से लोग अधिक उन्नति के मार्ग पर चल चुके हैं। क्योकि अगर देश का एक -एक व्यक्ति कौशल होगा तो देश भी तो अधिक उन्नति करेगा।
• कुछ नया सिखने कि चाहत न हो तो जीवन थम सा जाता हैं
कौशल विकास कि ताकत से इंसान बहुत ही उन्नति कि उचाईयो तक पहुंच जाता हैं। एक सफल इंसान कि बहुत बड़ी निशानी यह होती हैं । कि वह अपने जीवन में कौशल को अधिक बढ़ाने का कोई भी मौका नहीं जाने देता हैं। पीएम मोदी ने ये भी कहा कि, अगर कौशल के प्रति आप में कोई लालसा व् कुछ नया सिखने के लिए कोई चाहत नहीं हैं । तो आपका जीवन एकदम ठहर जाता हैं। जिंदगी में रुकावट आने लगती हैं। और एक प्रकार से व्यक्ति अपने जीवनयापन को बोझ बना लेता हैं।
• कौशल विकास का हुनर आपको दुसरो से अलग बना देता हैं
कौशल एक ऐसी विकास करने कि विधि हैं। जिससे हम अपने जीवन को जीने का एक नया उपहार देते हैं। जो आपके अनुभव के साथ और ज्यादा बढ़ता जाता हैं। और समय के साथ और ज्यादा बेहतर होता जाता हैं।
• ज्ञान और कौशल में अंतर समझते हुए ही कार्य हो रहे हैं
पीएम मोदी ने कहा कि, बहुत से ऐसे लोग जो ज्ञान और कौशल के अंतर में भ्रमित हैं। मैं उनसे कहता हूँ कि , “ज्ञान वह होता हैं। जो आप पुस्तकों में पढ़ सकते है। और इंटरनेट से आप देख सकते है। और किस तरह से चलाना हैं। ” इसे ज्ञान कहते हैं। पर वास्तव में जब कम्प्यूटर चलने के लिए कौशल ज्ञान का होना आवश्यक होता हैं । इसे कहते हैं कौशल ,
पीएम मोदी ने कहा कि आज देश में ज्ञान और कौशल में अंतर को समझते हुए ही सभी कार्य किये जा रहे हैं। आज से पांच साल पहले ही आज के दिन “स्किल इंडिया मिशन” कि योजना का शुभारम्भ हुआ था।