डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़
1- डिप्टी एसपी समेत 10 पुलिसकर्मी निलंबित
2- अपहरण व हत्या कांड की जांच एडीजी को सौंपी गई
लखनऊ : प्रदेश में बढ़ते अपराधों के खिलाफ योगी की पुलिस नाकाम साबित हो रही है |एक तरफ जहां ताबड़तोड़ हो रहे इन काउंटरों पर पुलिस की आलोचना की जा रही है वहीं दूसरी तरफ बढ़ते अपराधों पर पुलिस लगाम लगा पाने में भी सफल नहीं हो पा रही है | पुलिसिया नाकामी से मुख्यमंत्री की “दबंग” छवि को तगड़ा धक्का लगा है वही उन पर विरोधियों के सियासी हमले भी तेज हो चले हैं | इन सब से त्रस्त मुख्यमंत्री ने सख्त तेवर दिखाते हुए एक एएसपी समेत 10 पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया है |
कानपुर में विकरू कांड के बाद गाजियाबाद में पत्रकार की गोली मारकर हत्या और अब कानपुर के बर्रा से लैब टेक्नीशियन का अपहरण और हत्या से प्रदेश की कानून व्यवस्था पर प्रश्न चिन्ह लग गया है | अपराध नियंत्रण में फेल यूपी पुलिस के मदमस्त रवैया के चलते अपराधियों का हौसला दिन दूना रात चौगुना बढ़ता जा रहा है | प्रदेश पुलिस की कार्यशैली से असंतुष्ट सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश पुलिस पर बड़ी कार्यवाही करते हुए आईपीएस अधिकारी अपर्णा गुप्ता और पीपीएस मनोज गुप्ता समेत 10 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है | सूत्रों की माने तो मुख्यमंत्री पुलिस की कार्यशैली से खासे नाराज चल रहे हैं जिसके कारण महकमे में भारी फेरबदल का अनुमान लगाया जा रहा है | जिसको लेकर विभाग में काफी आपाधापी की स्थिति भी चल रही है वहीं दूसरी तरफ सरकार के विरोधियों को बैठे बिठाए सरकार को घेरने का मुद्दा मिल गया है | बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट करके सरकार को तुरंत हरकत में आने की सलाह देते हुए कहा है |
“कि यूपी में जारी जंगलराज के दौरान एक और घटना में कानपुर अपहरणकर्ताओं द्वारा श्री संजीत यादव की हत्या करके शव को नदी में फेंक दिया गया जो अत्यंत दुखद व निंदनीय | प्रदेश सरकार खासकर अपराध नियंत्रण व कानून व्यवस्था के मामले में तुरंत हरकत में आए बीएसपी की यह मांग है |”
• कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा है कि
” यूपी में कानून व्यवस्था दम तोड़ चुकी है आम लोगों की जान लेकर अब इसकी मुनादी की जा रही है | घर हो ,सड़क हो ,ऑफिस हो ,कोई भी खुद को सुरक्षित महसूस नहीं करता | विक्रम जोशी के बाद कानपुर में संजीव यादव की हत्या |पुलिस ने किडनैपर्स को पैसे भी दिलवाए और उनकी हत्या भी कर दी गई | एक नया गुंडाराज आ गया है |”
कानपुर में संजीव यादव की हत्या पुलिस की बचकाना हरकत का परिणाम है बताते चलें कि बर्रा से 22 जून को लैब टेक्नीशियन संजीव यादव का अपहरण कर लिया गया था | इस घटना को अंजाम उनके दोस्तों ने मिलकर दिया था | बाद में 30 लाख रुपयों की फिरौती की मांग की गई जिसे पुलिस ने अपहरणकर्ताओं को फिरौती की रकम देते समय उनको पकड़ लेने का वादा किया लेकिन अपहरणकर्ता कानपुर पुलिस से ज्यादा चौकस निकले और फिरौती की रकम लेकर पुलिस की को चकमा देकर निकल गए |और हमेशा की तरह पुलिस हाथ मलती रह गई इस घटना से कानपुर पुलिस के ऊपर एक और कलंक लग गया है |