ब्यूरो हैड राहुल भारद्वाज
रीडर टाइम्स न्यूज़
• कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए आमजन में चेतना जागृत करना जरूरी
दौसा : जिला प्रभारी सचिव गायत्री राठौड ने कहा कि कोरोना अभी गया नही है। कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिये आमजन में चेतना जागृत करना जरूरी है। कोरोना से बचाव ही उसका उपचार है।
शनिवार को सर्किट हाउस में आयोजित कोरोना एवं अन्य आवश्यक सेवाओं की समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुये जिला प्रभारी सचिव ने यह बात कही। उन्होने कहा कि वैश्विक महामारी कोविड-19 की अभी तक प्रमाणिक दवा नहीं खोजी गई है। आमजन की जागरूकता ही इसका बचाव है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति राज्य सरकार द्वारा जारी की गई मेडिकल गाइड लाइन की स्वयं पालना करें तथा दूसरों को भी जागरूक कर इस महामारी पर अंकुश लगाने में अपनी भूमिका निभाए। ग्रामीण क्षेत्र के विभिन्न गांवों में कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए चलाए जा रहे कोविड-19 जागरूकता अभियान के तहत आयोजित कार्यक्रमों में बचाव एवं नियंत्रण के बारे में जानकारी दी गई थी। सभी लोग उसकी पालना करे। सभी अधिकारी क्षेत्र में भ्रमण के दौरान कोरोना जागरूकता पर विशेष निगरानी रखे तथा सरकार द्वारा जारी गाईड लाईन की पालना नही करने वालों के खिलाफ आवश्यक कार्यवाही करे।
उन्होंने कहा कि आमजन में कोरोना के प्रति चेतना जागृत करने के लिये राज्य सरकार ने व्यापक स्तर पर प्रचार प्रसार का कार्य किया है। आम नागरिक की जागरूकता से ही हम कोरोना वायरस को हरा सकते हैं। उन्होंने कहा कि इस बीमारी से घबराने की आवश्यकता नहीं है, सिर्फ सावधानियां बरतते हुए इसके संक्रमण की चेन को तोड़ सकते हैं। उन्होने कहा है कि कोरोना संक्रमण रोकथाम के लिए जिले के गांव -गांव, ढाणी- ढाणी, मोहल्ले -मोहल्ले तक लोगों में जागरूकता पैदा हो, इसके लिए सभी विभाग अपने स्तर पर जागरूकता गतिविधियां आयोजित करें। राजकीय कार्यालयों में कोरोना एडवाइजरी की पूर्ण अनुपालना सुनिश्चित करते हुए सभी सार्वजनिक स्थानों, अस्पतालों, भीड़भाड़ वाले बाजारों और अन्य स्थलों पर जागरूकता संदेशों का प्रचार प्रसार किया जाए जिससे लोगों में इस बीमारी से बचाव की जानकारी पहुंचे सके। कोरोना संक्रमण की पूर्ण रोकथाम के लिए समाज के प्रत्येक व्यक्ति का सजग होना जरूरी है।
बैठक में जिला प्रभारी सचिव ने कहा कि कोरोना नियंत्रण के साथ साथ जिले में संभावित अन्य मौसमी बीमारियों पर नियंत्रण के लिये भी अधिकारी सक्रिय रहकर कार्य करे। उन्होने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिये कि सीएचसी व पीएचसी स्तर पर मौसमी बीमारियों पर नियंत्रण के लिये मेडीकल टीमों का गठन करे तथा बीमारी की सूचना मिलते ही तत्कात मौके पर पहुंच कर उपचार करने के लिये पाबन्द करे। उन्होने संस्थागत प्रसव, टीकाकरण ,स्वास्थ्य बीमा योजना,निरोगी राजस्थान, एनिमिया, सिलिकोसिस सहित चिकित्सा विभाग द्वारा संचालित अन्य योजनाओं की समीक्षा तथा समय पर लक्ष्य अर्जित करने के निदेश दिये। इस दौरान प्रभारी सचिव ने जिले के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल व विद्युत आपूर्ति की समीक्षा करते हुये अधिकारियों को निर्देश दिये कि आमजन को समय पर पेयजल व विद्युत आपूर्ति करवाना सुनिश्चित करे। उन्होने संचालित पेयजल योजनाओं,नवीन स्वीकृत योजनाओं, हैण्ड पम्प मरम्मत अभियान आदि के बारे में जानकारी ली।इस दौरान प्रभारी सचिव ने मनरेगा के तहत स्वीकृत कार्य,मानव दिवसों के सृजन, वर्तमान में कार्यरत श्रमिक व संचालित कार्यो के बारे में जानकारी ली तथा प्रवासी श्रमिकों के लिये व्यक्तिगत लाभ के कार्य मनरेगा में अधिक से अधिक स्वीकृत करने की बात कही। उन्होने एनएफएसए में लाभान्वितों को मिलने वाली खाद्य सामग्री तथा प्रवासी एवं अन्य लोगों के मिलने वाली खाद्य सामग्री के बारे में भी जानकारी लेते हुये निर्देश दिये कि पात्र व्यक्तियों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाना विभागीय अधिकारियों का दायित्व है। उन्होने प्रधान मंत्री आदर्श ग्राम योजना, महिला एवं बाल विकास विभाग तथा सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, श्रम कल्याण विभाग सहित अन्य विभागों द्वारा संचालित योजनाओं की समीक्षा करते हुये समय पर योजनाओं के क्रियान्वयन के बारे में निर्देश दिये।
इस दौरान बैठक में जिला कलेक्टर पीयुष समारिया ने कहा कि जिले में संचालित विभिन्न योजनाओं ,निर्माण कार्यो व अन्य गतिविधियों का समय पर क्रियान्वयन किया जायेगा। जिले में कोरोना नियंत्रण ,मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिये कार्य योजना के अनुसार कार्य किया जा रहा है। जिले में आमजन को समय पर आवश्यक सुविधाये उपलब्ध करवाने व सरकासरी योजनाओं का लाभ दिलवाने के लिये प्रयास किये जा रहे है। इस अवसर पर जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एल के बालोत, अतिरिक्त जिला कलक्टर लोकेश कुमार मीना,उप जिला कलक्टर पुष्कर मित्तल, सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियन्ता हरिकेश मीना, जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियन्ता राम निवास मीना, विद्युत वितरण निगम के अधीक्षण अभियन्ता आर के मीना, अधिशाषी अभियन्ता पेयजल राम लखन मीना,विद्युत बी एल मीना,मुख्य चिकित्सा एवं स्वस्थ्य अधिकारी डा0 पी एम वर्मा, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डा0 सी एल मीना,सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक राजेन्द्र सिंह गुर्जर, महिला एवं बाल विकास विभाग के उप निदेशक ओम प्रकाश वशिष्ट, एडीपीआर रामजी लाल मीना, बाल संरक्षण ईकाइ के सहायक निदेशक रोहति जैन, श्रम कल्याण विभाग से प्रदीप गुर्जर, मुख्य आयोजना अधिकारी पुखराज मीना सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।