योगी सरकार में गैंगरेप की शिकार बेटी ने न्याय मांगने मांगते तोड़ा दम परिजनों ने कासिमपुर पुलिस पर लगाया बड़ा आरोप

 

संवाददाता गोपाल द्विवेदी

रीडर टाइम्स न्यूज़

जब से योगी सरकार आई है तब से कानून व्यवस्था ध्वस्त है सरकार पर ध्वस्त कानून व्यवस्था का लगातार आरोप लग रहा है और इसके जिम्मेदार वह नौकरशाही है जिनको कानून व्यवस्था को दुरूस्त रखने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। प्रकरण थाना कासिमपुर जिला हरदोई का है जहाँ पर बीती 14 जुलाई को एक बेटी के साथ गैंगरेप हुआ था और उसको मरते दम तक न्याय नही मिला। पीड़ित के पिता के अनुसार मृतक अंजली निवासी मुल्लाखेड़ा थाना कासिमपुर दिनाक 14/07/2020 को शाम 5 बजे को शौच के लिए बाहर गई थी जहाँ से विपक्ष ग्राम निवासी मनोज व प्रमोद पुत्र राजू, एक निवासी मुल्लाखेड़ा थाना कासिमपुर जिला हरदोई ने व एक अज्ञात ने पीड़िता को उठा ले गए व रात भर उसके साथ दुष्कर्म किया जब अंजली रातभर घर नही लौटी तब उसके पिता ने तलाशना सुरु किया तलाश के दौरान दिनांक 15/07/2020 को गौसगंज रोड पर बदहवास अवस्था मे अंजली मिली होश में आने के बाद आपबीती प्रकरण की सारी जानकारी अपने पिता मुन्ना को दी।

प्रकरण की जानकारी होने पर पीड़िता का पिता उसी दिन सीधे थाने गया लेकिन सुनवाई नही हुई दिनांक 16/07/2020 को जिलाधिकारी महोदय से गुहार लगाई लेकिन सुनवाई नही हुई तत्पश्चात पीड़िता ने दिनांक 23/07/2020 को चाईल्ड लाइन हरदोई को अपनी पीड़ा बताई जिसको संज्ञान में हुए केंद्र समन्यवक चाइल्ड लाइन हरदोई के अनूप तिवारी ने दिनांक अपने पत्रांक संख्या 308 केस नम्बर 17/1179 के माध्यम से कार्यवाही करने हेतु लिखा लेकिन कार्यवाही नही हुई। मामले को बढ़ता देख कासिमपुर पुलिस ने पीड़िता व पीड़िता के परिवार वालो पर सुलह समझौते का दबाव बनाना सुरु कर दिया पीड़िता के पिता ने आरोप लगाया है कि सुलह न करने पर उसकी बेटी अंजली को मारा पीटा गया चूंकि गैंग रेप हुआ था इस कारण उसकी इलाज के दौरान लखनऊ में 5 जुलाई को मृत्यु हो गई। प्रकरण की जानकारी के लिए रीडर टाइम्स न्यूज़ की तरफ जब कासिमपुर थानाध्यक्ष से बात करने के लिए शाम 5.21 पर उनके सरकारी नम्बर 9454403558 पर फोन किया गया तो नम्बर स्वीच ऑफ पाया गया।

लेकिन इस प्रकरण से यह भली भांति समझा जा सकता है कि भाजपा सरकार का बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा मात्र हवा हवाई ही है जमीनी हकीकत को अगर देखे तो बेटियां भाजपा सरकार में सुरक्षित नही है।अगर समय रहते बेटी को न्याय और इलाज मिल गया होता तो शायद आज अंजली जिंदा होती।पीड़िता मृतक अंजली की मौत कासबसे बड़ा जिम्मेदार वह थानाध्यक्ष है जिसने बलात्कारियों की गिरफ्तारी नही की व इस बेटी को न्याय नही दिया ऐसे लोग पुलिस पर एक बदनुमा दाग है इन जैसे अधिकारी के कारण बदनाम सरकार होती है।