रिपोर्ट :-संवाददाता(इलियास गाज़ी)
गोपमऊ, हरदोई :- जहाँ एक तरफ कोरोना महामारी से देश जूझ रहा है, वहीं दूसरी तरफ इलाके में डेंगू व टायफाईड ने क़स्बा व क्षेत्र को घेर रखा है।लेकिन नगर का प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शायद विभाग की नज़रों से उतर चुका है।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में नौ की जगह केवल तीन या चार लोग ही मौजूद रहते हैं।जिसमें डॉक्टर साहब नदारद हैं।पूछने पर पता चला कि यहाँ पर डॉ0दिनेश कुमार वर्मा की तैनाती है, लेकिन उनको कोरोना हो जाने के कारण वो नहीं आरहे हैं।फार्मेसिस्ट राकेश कुमार निगम ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हरियावां में रात की ड्यूटी की है इसलिए वो देर से आयेंगे।जिसके कारण मरीज़ों को काफी इंतजार करना पड़ रहा है। यहाँ ये बता दें,कि नगर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के साथ विभाग का सौतेला व्यवहार रहता है, इसका अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है, कि महामारी और बुखार जैसी बीमारी फैल रही है और अस्पताल में एक डॉक्टर तक नहीं है।सी एच सी अधीक्षक अखिलेश कुमार पांडेय से जब इस सम्बंध में बात की तो उन्होंने बताया कि वो अभी मेडिकल छुट्टी पर हैं, वो फार्मेसिस्ट को फिलहाल भेज रहे हैं।। अस्पताल में केवल वीरेश पाल(टी बी विभाग), छोटेलाल(वार्ड बॉय) व स्वीपर महिपाल मौजूद थे।अधीक्षक के फोन के बाद लग्भग 12:30 पर फार्मेसिस्ट राकेश कुमार निगम पहुंचे। अस्पताल में डॉक्टर के इंतजार में बैठी रामदेवी, मेनका व अर्चना ने बताया कि जब भी वो दिखाने आती हैं, तो डॉक्टर नहीं मिलते हैं।जिसके चलते उन्हें निजी डॉक्टरों का सहारा लेना पड़ता है।
यहाँ सोचने वाली बात ये है, अगर स्वास्थ्य विभाग इतना उदासीन रहा तो संक्रमण से कैसे लड़ा जायेगा।और गरीब जनता का इलाज कैसे होगा।