Home हेल्थ कोविड -19 के मरीजों में बाल झड़ने के पीछे का राज
कोविड -19 के मरीजों में बाल झड़ने के पीछे का राज
Oct 23, 2020
शिखा गौड़ डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़
पिछले साल दिसंबर में शुरू हुआ कोरोना वायरस आज 10 महीने होने के बाद भी दुनिया भर के लोगो का पीछा नहीं छोड़ रहा हैं। एक तरफ वैज्ञानिक व मेडिकल के एक्सपर्ट इस बीमारी का तोड़ उपाए करने में लगे हुए हैं। दूसरी और यहां बीमारी कभी घटती जा रही हैं तो कभी बढ़ती और इन सब गतिविधियों से जिंदगी पर गहरा प्रभाव डाल रहा हैं। जब से कोरोना वायरस महामारी शुरू हुई हैं। तब से इसके लक्षण बढ़ते हीं जा रहे हैं। हल्का बुखार ,सुखी खासी ,खराब गले को कोरोना का लक्षण माना गया था। और जिसके बाद से सुघने की शक्ति का जाना स्वाद न आना और साथ अब बालो का झड़ना कोरोना वायरस में शामिल किया जा रहा हैं। इसलिए कोविड – 19 में बालो का झड़ना इन दोनों में फर्क समझना मुश्किल हैं। और इससे बचने के लिए लोग क्या कुछ नहीं कर रहे हैं।
• कोविड -19 बालो का झड़ना
बालो का झड़ना कोविड -19 का नया लक्षण हैं। ये ज्यादातर उन लोगो में पाया गया हैं। जिनमे कोरोना का असर अधिक समय तक रहा हैं। एक सर्वे के मुताबिक , बालो का झड़ना 25 लक्षणों में से एक हैं। जो की अधिक संक्रमित रोगियों द्वारा किया गया हैं। क्योकि अधिक चिंता व दबाव की वजह से भी बालो का झड़ना पाया गया हैं। संक्रम,न होने की वजह से शरीर में पोषण की भी कमी हो जाती हैं। और खासकर इसी वजह से बालो का झड़ना अधिक पाया गया हैं।