लखनऊ थाना ठाकुरगंज मकान के तीसरी मंजिल का छज्जा गिरने से घर के मुखिया की मौत पत्नी गंभीर रूप से घायल-

संवाददाता मनोज शर्मा रीडर टाइम्स न्यूज़
राजधानी
लखनऊ मेडिकल कॉलेज की बड़ी लापरवाही आई सामने पीड़ित पिता जब ट्रामा सेंटर पहुंचता है अपने बेटे और बहू को लेकर तो उसे तो पहले घंटों दर-दर भटकना पड़ता है
यहां तक की घायल अवस्था में पति पत्नी को स्टेचर तक नहीं मिला कि जिससे उन्हें अस्पताल के अंदर डॉक्टर के पास ले जाया जाए अंततः पिता को सरकारी अस्पताल में पैसे देकर स्टेचर लेना पड़ा जिसके बाद से पति पत्नी को ट्रामा सेंटर के अंदर ले जाया गया उसके बाद भी घंटों मशक्कत करने के बाद डॉक्टर की बड़ी लापरवाही यहां पर देखी गई जूनियर डॉक्टर पहले आपस में ही मरीज को ले कर खेलते रहे कि मरीज को यह हुआ है तो नहीं यह हो सकता है इन्हीं सब चीजों को देखते देखते घंटो बीत गए जिसके कारण पीड़ित के बेटे की जान चली गई अभी भी पीड़ित की बहू जिंदगी और मौत लड़ रही है पीड़ित का कहना है अगर मेरी बहू को भी इलाज कहीं नहीं मिला तो उसकी भी जान जा सकती है सूबे के सरकार के यहां पर सारे दावे फेल होते हुए नजर आ रहे हैं स्वास्थ्य मंत्री अपने भाषण में हमेशा यह कहते हुए नजर आते हैं कि सरकारी व्यवस्था हमने प्राइवेट व्यवस्था से कहीं ज्यादा अच्छा किया है वह आज जमीनी स्तर पर उसकी क्या स्थिति है !
आपको हम दिखाते हैं पीड़ित की आपबीती आप अनुमान लगाइए कि राजधानी लखनऊ की स्थिति अगर यह है तो अन्य जिलों में स्थिति क्या हो सकती है
आपको बता दें कि यह पूरा मामला लखनऊ के थाना ठाकुरगंज के अंतर्गत आता है एकता नगर में शशांक अपने घर के तीसरे मंजिल का छज्जा बनवा रहे थे
छज्जा बनवाने के कुछ समय बाद मिस्त्री ने इन्हें रस्सी खींचने को कहा जहां पर शशांक और उनकी पत्नी शिल्पी छज्जे के नीचे मौजूद थे रस्सी खींचते ही छज्जे में जो  बल्ली लगाया गया था वह अपने जगह से हट गया जिसके कारण छज्जा दोनों के ऊपर गिर गया जिसके बाद से स्थिति काफी गंभीर हो गई शशांक की हालत उसी वक्त नाजुक हो गई थी जबकि शिल्पी की हालत कुछ ठीक थी माना जाता है कि शिल्पी के दाहिने हाथ में चोट ज्यादा आने से फैक्चर हो गया है तो वहीं शशांक को जब ट्रामा सेंटर ले जाया जाता है तो डॉक्टरों की बड़ी लापरवाही की वजह से शशांक को अपनी जान गंवानी पड़ी घर का यह इकलौता वारिस था !जो वही घर में कमाऊ पूत था पिता लगभग 70 वर्ष के बुजुर्ग हैं शशांक के दो बच्चे भी हैं जिनका भविष्य अब अंधेरे में जाते हुए दिख रहा है ऐसे में उत्तर प्रदेश कि सरकार उनके लिए क्या करती है यह देखने वाली बात होगी !
पीड़ित फोन नंबर 7007761349