धर्मराज सिंह को लगा बड़ा झटका 240 बीघा जमीन पर स्थगन आदेश हुआ पारित
Nov 17, 2020
रिपोर्ट शरद द्विवेदी
रीडर टाइम्स न्यूज़
हरदोई जनपद के प्रगतिशील किसान धर्मराज सिंह पर फर्जीवाड़े की तोहमत लगी है । उनके पैतृक गांव बक्सखेड़ा की हाई कोर्ट की अधिवक्ता अंशू सिंह ने धर्मराज के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई थी। आरोप था कि, धर्मराज ने फर्जी कागजों और सण्डीला तहसील प्रशासन की मिलीभगत से वादिनी के परिवार की पुश्तैनी 20.544 हेक्टेयर कृषिभूमि की 2018 में एकतरफा डिक्री करा ली थी। इसी फर्जीवाड़े को लेकर उनपर व उनके परिवार के सदस्यों गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज है लेकिन राजनीति पैठ के कारण अभी गिरफ्तारी से धर्मराज व उनका परिवार बचा हुआ है। लेकिन धर्मराज को एक बड़ा झटका दिनांक 23/10/2020 को उपजिलाधिकारी संडीला की कोर्ट ने दिया है दरअसल वादिनी अंशु सिंह के पिता नरेंद्र प्रताप सिंह ने एक वाद दायर किया था कि जो जमीन धर्मराज सिंह ने फर्जीवाड़ा करके अपने नाम कराई है उस पर रोक लगाई जाए नरेंद्र प्रताप सिंह द्वारा दाखिल किए गए वाद को संज्ञान में लेते हुए उपजिलाधिकारी संडीला की कोर्ट ने दिनांक 23/10/2020 को आदेश पारित किया है कि यथास्थित बनाये रखी जाए। इस आदेश से धर्मराज सिंह को बड़ा झटका लगा है। और इस केस में एक दिलचस्प बात यह भी है। कि सुषमा सिंह जो वर्तमान समय में मौजूदा प्रधान है। और दर्ज कराई गई एफ आईआर में भ्रष्टाचार करने की आरोपी भी है। वह खुद इस केस में नोटिस जारीकर्ता भी है और नोटिस प्राप्तकर्ता भी है।
इस आदेश के जारी होने से एक बात तो तय है कि धर्मराज सिंह को बचाने वाला तंत्र उनको कुछ समय के लिए सलाखों के बाहर तो रख सकता है लेकिन सलाखों के पीछे पहुचने से रोक नही सकता आज नही तो कल धर्मराज सिंह व उनके सहयोगियों को सजा जरूर मिलेगी। सूत्रों से , प्राप्त जानकारी के अनुसार आप लोगो के यह भी संज्ञान में लाना है कि गिरफ्तारी से बचने के लिए धर्मराज सिंह ने हाई कोर्ट से स्टे लिया था जिसकी सुनवाई 23/11/2020 को लगी है अब देखना यह है कि दूसरा बड़ा झटका हाई कोर्ट देता है या नही।लेकिन अगर दूसरा बड़ा झटका हाई कोर्ट ने धर्मराज सिंह को दे दिया तो कोई बड़ी बात नही निश्चित ही धर्मराज सिंह व उनका परिवार नया साल जेल में सेलिब्रेट करेगा और उनको बचाने वाला तंत्र हाथ मलता रह जाएगा