रिपोर्ट शरद द्विवेदी
रीडर टाइम्स न्यूज़
निजामपुर ग्रामसभा इन दिनों चर्चा का विषय है क्यो कि इस ग्राम के प्रधान नाजिम खा के आगे हरदोई प्रशासन बेबस है। इसका मुख्य कारण यह है कि प्रधान नाजिम खाँ भाजपा नेता का चहेता प्रधान है शायद इस कारण कोई कार्यवाही न होना लाजमी है। अभी पूर्व में मनरेगा में हुए घोटाले के संबंध में शिकायतकर्ता सतीश वर्मा ने सभी सबूतों को संलग्न कर जिलाधिकारी हरदोई व शासन से शिकायत की थी लेकिन उस शिकायत पर क्या कार्यवाही की गई यह किसी को नही पता बस की गई शिकायत को लेकर पत्र जरूर जारी किए गए लेकिन किसी प्रकार की कोई कार्यवाही अभी तक नही हो सकी है। इसका प्रमुख कारण यह है कि इस प्रधान ने अपने आप को भगवा रंग से रंग लिया है व अपनी गाड़ी में भाजपा का झंडा लगा लिया है।
शिकायतकर्ता सतीश वर्मा ने सबूत सहित आरोप लगाया है कि वर्ष 2016 से वित्तीय वर्ष 2020-21 तक ग्राम प्रधान नाजिम खान ने चार करोड़ अस्सी लाख छेयानबे हजार तीन सौ अठारह रुपये 48096318 रुपये का घोटाला किया है और इतना ही नही विभागीय साठ गांठ से एक बिल को लगाकर कई कई बार पेमेंट लिया गया।लगाए गए आरोपो में कितनी सच्चाई है यह तो जांच के बाद ही पता चल पाएगा।शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि (1) हैंड पाइप रिबोर व मरम्मत में कुल 74,39201रुपये भुगतान कराया गया जब कि मरम्मत नही कराई गई (2) ह्यूम पाइप में 8311051 रुपये का भुगतान कराया गया लेकिन कार्य नही हुआ (3) स्टीट +सोलर लाइट में 28036000 रुपये निकाले गए लेकिन धनराशि के सापेक्ष लाइट नही लगवाई गई (4) बेंच खरीद में 303000 रुपये भुगतान कराया गया जब कि बेंच खरीदी ही नही गई(5)पंचायत भवन मरमत के नाम पर कुल 588220 रुपये निकाले गए जब कि मरम्मत का कार्य कराया ही नही गया व पंचायत भवन में कंडे भरे हुए है (6) समर सेबिल पाइप फिटिंग के नाम पर 50814 रुपये भुगतान कराया गया जब कि समर सेबिल को खरीदा ही नही गया। (7) सामुदायिक कूड़ा घर बनवाने के नाम पर 84681 रुपये भुगतान कराया गया लेकिन कूड़ा घर बनवाया नही गया। (8) कृषि यंत्र खरीद के नाम पर 500000 रुपये भुगतान कराया गया लेकिन कृषि यंत्रों की खरीद ही नही की गई। (9) कूड़ादान की खरीद के नाम पर 3494400 रुपये का भुगतान कराया गया लेकिन कराए गए भुगतान के अनुरूप कूड़ेदान खरीदे नही गए। शिकायतकर्ता सतीश वर्मा ने बताया कि कुल 4,80,96318 रुपये का घोटाला प्रधान नाजिम खान ने किया है।
इस प्रकरण से एक बात तो समझ मे आती है कि जब प्रधान नाजिम खान के भ्रष्टाचार के सारे दस्ताबेजो के साथ शिकायत सभी अधीनस्थ उच्च स्तरीय अधिकारियों से की जा चुकी है उसके बाबजूद भी कार्यवाही न होना दर्शाता है कि भाजपा सरकार सिर्फ उन्ही के भ्रष्टाचार पर कार्यवाही करती है जो भाजपा छोड़ कर किसी और पार्टी से ताल्लुख रखते है।और जिसने भगवा रंग धारण कर लिया या भाजपाई हो गया हो फिर उसने पूर्व में कितने ही भ्रष्टाचार किये हो उसकी शिकायत पर कार्यवाही नही होगी क्यो की वह भाजपाई हो चुका है और उसका बचाव खुद तथाकथित भाजपाई कर रहे है। इस प्रकार के प्रधानों पर कार्यवाही न होने के कारण जनता में भाजपा की छबि खराब हो रही है। नाजिम खान के भ्रष्टाचार पर पूरे प्रशासनिक अमले के साथ साथ पूरी भाजपा शांत है जिससे सिद्ध होता है कि भाजपा भ्रष्टाचारचारियो की पनाहगाह बन चुकी है।अब देखना यह है कि प्रधान नाजिम खान पर जो आरोप लगाए गए है उन आरोपो में कितनी सच्चाई है यह तो जांच के बाद ही पता चल पाएगा।