बीजेपी अधय्क्ष अमित शाह और सीएम योगी आदित्यनाथ आज कांग्रेस की सोनिया गाँधी की गढ़ रायबरेली पहुंचे. शाह और योगी का यह दौरा लोक शभा चुनाव 2019 की नजरिये से देखा जा रहा है अगर आंकड़ों की मने तो शाह कांग्रेस की गढ़ अमेठी और रायबरेली में सेंध मरने की उद्देश्य से पहुंचे है. शाह की पहुंचने से पहले ही कांग्रेस को बड़ा जहतका लगा है. जिसमे कांग्रेस की एमलसी दिनेश सिंह कांग्रेस छोड़ आज बीजेपी में शामिल होने जा रहे है दिनेश सिंह कांग्रेस की विधानपरिषद की प्रतिपक्ष है।
– शाह आज जीआईसी की विशाल ग्राउंड में विशाल जनसभा को सम्बोदित करेंगे साथ ही आज पार्टी के कार्यकर्ताओ के साथ 2019 के आम चुनावों के लिए पार्टी की तैयारियों की समीक्षा की जा सके।
– दिनेश सिंह को पहले सोनिया का करीबी माना जाता था, लेकिन वो कांग्रेस छोड़ बीजेपी में सपरिवार शामिल होरहे हैं। तभी तो रैली की तैयारियों में लगे है. दिनेश सिंह बीजेपी के लिए विशाल रैली के जरिये प्रदर्सन करना चाहते है।
शाह से पहले स्मृति ईरानी ने किया था यहाँ का दौरा
– शाह और योगी से पहले 14 अप्रैल को केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने रायबरेली का दौरा किया था, साथ ही स्मृति ईरानी ने राहुल गाँधी पर निशाना साधते हुए जमकर आलोचना की थी। स्मृति ईरानी के जाने के बाद राहुल गाँधी 3 दिन के दौरे के दौरे के लिए अमेठी और रायबरेली आये थे।
– 2014 में बीजेपी की केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को टिकट मिला था, और उम्मीदवार घोसित किया गया था. लेकिन उन्हें यहाँ हर का सामना करा पड़ा था. लेकिन उसके बाद स्मृति ईरानी ने यहां के लिए सक्रीय रही हैं। और कई बार रायबरेली दौरे पर आयी है
डेढ़ साल बाद सोनिया पहुंची थी रायबरेली
– सोनिया गाँधी डेढ़ साल बाद 17 अप्रैल को रायबरेली पहुंची थी और कई करोड़ रूपये की योजनाओ का शिलान्यास किया था. इस दौरान सोनिया गाँधी एक सपा विधायक से भी मिली और उनके घर भी पहुंची थी।
कांग्रेस की नहीं है रायबरेली- दिनेश सिंह
दिनेश सिंह कि कांग्रेस छोड़ने कि बाद कहा कि रायबरेली अमेठी और कांग्रेस की नहीं है. वो तो सिर्फ गाँधी परिवार के लिए काम कर रहे थे. पर उन्हें गाँधी परिवार से वो इज्जत नहीं मिली और नहीं उन्हें आगे बढ़ने देते थे. इसलिए उन्होंने कांग्रेस को छोड़ कर बीजेपी को पूरे परिवार के साथ ज्वाइन किया है. आपको बता दे के उनके भाई भी एक विधायक है. और वो खुद भी एक जिला पंचायत अध्यक्ष है .