Home देश अपने प्रियजनों को दे लोहड़ी की शुभकामनाएं ; वॉट्सएप और फ़ेसबुक के जरिये ,
अपने प्रियजनों को दे लोहड़ी की शुभकामनाएं ; वॉट्सएप और फ़ेसबुक के जरिये ,
Jan 13, 2021
शिखा गौड़ डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़
उत्तर भारत में लोहड़ी का त्योहार धूमधाम से मनाया जाता है। खासतौर, पर पंजाबियों के लिए लोहड़ी उत्सव खास महत्व रखता है। लोहड़ी को पहले तिलोड़ी कहा जाता था। यह शब्द तिल और रोड़ी (गुड़ की रोड़ी) शब्दों को मिलाकर बना है, जो समय के साथ अब लोहड़ी के नाम से जाना जाता है। लोहड़ी का त्योहार भारत के उत्तरी क्षेत्र में हर साल 13 जनवरी को मनाया जाता है। मकर संक्रांति के दिन भी तिल-गुड़ खाने और बांटने का महत्व है। पंजाब के कई इलाकों में लोहड़ी को लोही या लोई भी कहा जाता है।
लोहड़ी को विशेष रूप से पंजाब और हरयाणा में मनाया जाता है। लोहड़ी शब्द इसकी पूजा में इस्तेमाल होने वाली वस्तुओं से मिलकर बना है। इसमें ल (लकड़ी) +ओह (गोहा = सूखे उपले) +ड़ी (रेवड़ी) = ‘लोहड़ी’ के प्रतीक हैं। साल की सभी ऋतुओं पतझड़, सावन और बसंत में कई तरह के छोटे-बड़े त्योहार मनाए जाते हैं, जिनमें से एक प्रमुख त्योहार लोहड़ी भी है। इसके अगले दिन माघ महीने की संक्रांति को माघी के रूप में मनाया जाता है। इस दिन सभी लोग अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को संदेश भेज लोहड़ी की बधाई भी देते हैं। ऐसे में आप भी अपने दोस्तों, रिश्तेदारों, शुभचिंतकों को व्हाट्सएप, फेसबुक और सोशल मीडिया के माध्यम से इन खूबसूरत वॉलपेपर के जरिए शुभकामनाएं भेज सकते हैं।
• ऐसे मनाई जाती है लोहड़ी
लोहड़ी का त्योहार मकर संक्राति के एक दिन पहले मनाया जाता है। भारत के पंजाब और हरियाणा के आसपास और जम्मू कश्मीर के हिस्सों में इस त्योहार को बड़े ही ज़ोरो शोर से मनाया जाता है। लोहड़ी के दिन लकड़ियों और उपलों से आग जलाकर उस आग के चारों तरफ चक्कर लगाते हैं। साथ ही नई फसल को काटकर उसका भोग सबसे पहले आग में डालते हैं और ऐसा मानते हैं कि यह भगवान को भोग लग रहा है। लोहड़ी के खास अवसर पर लोग अपने प्रियजनों को शुभकामनाएं भी देते हैं।
वैसाखी त्योहार की तरह लोहड़ी का सबंध भी पंजाब के गांव, फसल और मौसम से है। इस दिन से मूली और गन्ने की फसल बोई जाती है। इससे पहले रबी की फसल काटकर घर में रख ली जाती है। खेतों में सरसों के फूल लहराते दिखाई देते हैं। भारत के अलग-अलग राज्यों में मकर संक्रांति के दिन या आसपास कई त्योहार मनाएं जाते हैं, जो कि मकर संक्रांति के ही दूसरे रूप हैं। जैसे दक्षिण भारत में पोंगल, असम में बिहू और ऐसे ही पंजाब में लोहड़ी मनाई जाती है।
हालांकि, पिछले एक साल से चल रही कोरोना वायरस महामारी के कहर के चलते, इस बार लोग पहले की तरह धूमधाम से लोहड़ी का त्योहार नहीं मना पाएंगे। खासतौर पर अगर आप बीमार महसूस कर रहे हैं, तो घर पर ही रहें। वहीं, अगर आप स्वस्थ हैं और ज़्यादा लोग इकट्ठा न हों, साथ ही शारीरिक दूरी का ख़्याल रखा जाए, तो इसे मनाया जा सकता है। आप सभी को लोहड़ी की शुभकामनाएं।