रिपोर्ट शरद द्विवेदी
रीडर टाइम्स न्यूज
” रीडर टाइम्स न्यूज़ ” के रिपोर्टर द्वारा निजामपुर के प्रधान नाजिम खान पर सतीश वर्मा द्वारा लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपो की खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया जा रहा है लगातार खबर के प्रकाशन से निजामपुर का प्रधान नाजिम खान बौखला गया है। व रीडर टाइम्स की खबरों को फर्जी बताते हुए रिपोर्टर को नोटिस भेज दिया व नोटिस का जवाब न देने पर मान हानि का दावा सक्षम न्यायालय में दायर करने की गीदड़ हुड़की लिखित रूप से दी है। नाजिम प्रधान के ऊपर लगाए गए आरोपो की जांच संबंधित विभाग कर रहा है व सत्ता के दवाब में मात्र जांच करने का नोटिस भेजने का खेल खेला जा रहा है | शिकायतकर्ता सतीश वर्मा द्वारा कई भ्रष्टाचार के आरोप की शिकायत की गई इन्ही आरोपो में एक आरोप फर्जी बोट का आरोप का शिकायती पत्र उप जिलाधिकारी सदर को दिया था। फर्जी वोट की जांच में पाया गया कि निजामपुर सबीरपुर में फर्जी वोट बने थे जिनका प्रयोग वर्षो से ग्रामपंचायत चुनाव में किया जा रहा था।खबर के प्रकाशन के बाद वह सभी फर्जी वोट मतदाता सूची से काट दिए गए जिस कारण अपनी हार के डर से नाजिम प्रधान बौखला गया और रिपोर्टर शरद द्विवेदी को अपने चहेते नेता नरेश अग्रवाल की तर्ज पर चलते हुए नोटिस भेज दी।
नरेश अग्रवाल ने सुदर्शन न्यूज़ के अशोक चव्हाण को नोटिस भेजा था जब संसंद में नरेश अग्रवाल ने रम में राम बसे व ठर्रे में हनुमान बसे की कुछ पंक्ति संसंद में सुनाई थी नरेश अग्रवाल के इस बयान को सुदर्शन न्यूज़ प्रमुखता से प्रकाशित किया था व सुदर्शन न्यूज़ के अशोक चव्हाण ने नरेश अग्रवाल को राम द्रोही नरेश अग्रवाल से संबोधित किया था सुदर्शन न्यूज़ द्वारा प्रकाशित खबर में नरेश अग्रवाल को रामद्रोही कहने पर अशोक चव्हाण को नरेश अग्रवाल ने नोटिस दिया था।हालांकि बाद में अपने इस बयान पर कद्दावर नेता को जनता के सामने सफाई देनी पड़ी थी।
लेकिन एक बात निश्चित है कि नाजिम प्रधान जैसे लोगो के कारण नरेश अग्रवाल की लोकप्रियता में कमी आई है। जहाँ एक ओर मोदी जी की नीतियों से प्रभावित हो कर नरेश अग्रवाल ने भाजपा का दामन थामा है तो आखिर अपने इस चहेते प्रधान नाजिम खान की करतूत पर कद्दावर नेता शांत क्यो है।आखिर नरेश अग्रवाल अपने चहेते प्रधान के खिलाफ मोदी जी की भ्रष्टाचार के खिलाफ नीति को क्यो नही अपना रहे है।लेकिन नाजिम प्रधान जैसे लोग जरूर भाजपा व नरेश अग्रवाल का नाम खराब कर रहे है। जो बेहद ही चिंता का विषय है। खबर के माध्यम से रीडर टाइम्स न्यूज़ नोटिसदाता व अन्य लोगो को सूचित करता है कि सतीस वर्मा द्वारा लगाए गए सभी आरोपो के शिकायती पत्र रीडर टाइम्स न्यूज़ के पास सुरक्षित है जिनके आधार पर खबर को प्रकाशित किया गया जिस किसी को भी खबर से संबंधित कोई भी आपत्ति है वह रीडर टाइम्स कार्यालय से शिकायती पत्र व भ्रष्टाचार से संबंधित दस्ताबेज प्राप्त कर सकता है।