अपनी पुरानी सभी दिनचर्या को बदलकर ; तनाव कम करने योग्य बाते ,


शिखा गौड़ डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़

हमें हमेशा प्रकृति के नियम के अनुसार रहना चाहिए क्योकि नियम के अनुसार काम करने वाले व्यक्ति अपनी जिंदगी में कभी असफल नहीं होते हैं। जिंदगी हमेशा आपके अनुसार या आप जैसा सोचते वैसी नहीं होती हैं। क्योकि इस कोरोना काल में कोरोना ने सभी को जीने का तरीका सीखा दिया हैं। क्योकि कोरोना संकट एक बात का बड़ा उदाहरण हैं। कि ऐसी संकट की घड़ी में पुरे देश की प्रतिक्रिया एक सामना हो चुकी हैं और अभी भी वही चल रही हैं। कोई इसे आफत समझ कर घुटने टेक देता हैं तो कोई ऐसी संकट कि घड़ी में समस्या का समाधान खोज रहा हैं। तनाव तब होता हैं कि जब आपको पता ही नहीं कि आपको करना ही क्या हैं। और ऐसे तो बहुत से लोग हैं जो नौकरी , वित्तीय स्वतंत्रता ,सेहत , आदि को लेकर काफी तनाव में रहते हैं। और ऐसी स्थिति में उन्हें खुद नहीं पता होता कि वो कौन लोग हैं। जो इन सब स्थिति में रह कर भी निकल आते हैं। और वैसे भी हमारे हाथ कि सभी उंगलिया एक सामान नहीं होती हैं। वैसे ही सभी व्यक्ति कि प्रतिक्रिया एक जैसी नहीं होती हैं। हमेशा याद रखें, तनाव यानी स्ट्रेस दरअसल हमारा नजरिया है। इसे आप सड़क पर ट्रैफिक के दौरान कुछ दुर्घटनाओं के बीच लोगों की प्रतिक्रिया से समझ सकते हैं। उस दौरान कुछ लोग गाड़ी से निकलकर बीच सड़क पर लड़ने को उतारू हो जाते हैं तो कुछ इसे अनदेखा कर आगे निकल जाते हैं। स्ट्रेस यानी तनाव तो दोनों को है, पर उस पर प्रतिक्रिया करने का उनका तरीका अलग है। जो तनाव आपको परेशान कर दे, आपको दिमागी और शारीरिक रूप से परेशान करे, वह बुरा है। वह तनाव अच्छा है, जिसमें आप अपनी पर्सनल ग्रोथ को चुनते हुए जिम्मेदारी से आगे बढ़ते जाते हैं।

: – सकारात्मक सोच के साथ बढ़े आगे

जब हमें अपने किसी काम में कामयाबी नहीं मिलती या सोचा हुआ काम नहीं होता, तो कुछ पल के लिए नकारात्मक विचार आना स्वाभाविक है। ऐसा अमूमन हर किसी के साथ होता है। आपके साथ भी जब कभी ऐसा हो, तो निराशा और नकारात्मक विचार को खुद पर हावी न होने दें। असफलता के कारणों को खोजकर उन्हें दूर करें और सकारात्मक सोच के साथ नये सिरे से प्रयास करें। प्रतिकूल परिस्थितियों से पीछा छुड़ाने की सोचने के बजाय दृढ़ता के साथ उनका मुकाबला करें। इसके लिए खुद को मजबूत बनाएं।

बड़े सपने देखने के बजाय छोटे-छोटे लक्ष्य तय करें। उन्हें पाने के लिए खुद को सक्षम बनाएं। अपने लक्ष्यों के बारे में बढ़-चढ़कर दूसरों को बताने के बजाय चुपचाप उन पर काम करें, ताकि धीरे-धीरे कामयाबी की ओर अग्रसर हो सकें।

खुद को प्रेरित रखने के लिए महापुरुषों की जीवनी और और विचार नियमित रूप से पढ़ने रहने की आदत डालें। दूसरों की अच्छाइयों से सीखें।