संवाददाता मनोज वैश्य
रीडर टाइम्स न्यूज
सीतापुर की जिला जेल में विचाराधीन कैदी नरेंद्र जोकि चोरी के आरोप में 2 साल से जेल में बंद है वह अटरिया इलाके का है अब जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती है नरेंद्र ने बताया कि उसने एक दवा पी लिया है रोज रोज मरने से अच्छा है एक बार ही अपने आपको खत्म करके कहानी खत्म कर दी जाए। जब पूछा गया कि उसने ऐसा क्यों किया तो उसने बताया जेल के अंदर सर्किल ऑफिसर ने लोहे की सरिया से उसकी तीन बार 1 दिन में पिटाई कर दी जिससे नाराज होकर उसने जहरीली दवा पी ली।
: – जेल में क्या होती है बैठाई
जेल में बैठाई का मतलब नरेंद्र ने बताया जो कैदी रुपया दे देता है उसको कोई भी काम नहीं करना पड़ता है और जो रुपया नहीं देता है उसका यह लोग जीना हराम कर देते हैं। फिर उसने बताया सर्किल ऑफिसर उससे बैठाई के नाम पर ₹600 मांग रहा था जिसको वह देने में असमर्थ था तो उसको ना चैन से बैठने दिया जाता था ना सोने दिया जाता था और दिन-रात उसकी पिटाई में लग जाते थे जब पूछा गया कि उसने अधिकारियों से शिकायत की या नहीं तब उसने बताया नीचे से लेकर ऊपर तक जितने भी अधिकारी हैं वहां सभी वहां मिले हुए हैं और सभी को रुपया जाता है इसलिए कोई कार्यवाही नहीं की जाती है। अब देखना यह है की जेल प्रशासन अब क्या कार्रवाई करता है।