लखनऊ: सूबे की सरकार प्रशासनिक विभाग में भ्रष्टाचार व अनियमतिता बरतने पर दो अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है। दोनों अधिकारियो के खिलाफ जानकारी मिलने पर दोनों को ससपेंड कर दिया गया. और उनके स्थान पर नए अधिकारियो की नियुक्ति की घोसड़ा भी कर दी गयी है.
अपने कारनामो के चलते थे चर्चा में
लगातार अपने कार्यकलापों के वजह से चर्चा में रहे लखनऊ के जिला आबकारी अधिकारी संतोष तिवारी को आज निलंबित कर दिया गया है साथ ही झाँसी के आबकारी अधिकारी महेंद्र प्रताप सिंह को भी निलंबति कर दिया गया है बीते दिनों लखनऊ के गोमतीनगर इलाके में एक रेस्टोरेंट के अंदर अस्थाई बार लाइसेंस की आड़ में खुले मयखाने का खुलासा हुआ।
डीएम को मिली अवैध बार की जानकारी
डीएम ट्रांसगोमती को जब इसके बारे में पता चला तो उन्होंने तुरंत ही जाँच पड़ताल शुरू की जिससे पता चला की आबकारी विभाग के अधिकारियो को पता था के रेस्त्रां में अवैध बार की पूरी जानकारी थी . डीएम ट्रांसगोमती ने अपनी जाँच में आबकारी निरीक्षक को कार्यवाही की संस्तुति भी की . लेकिन सेक्टर-6 यानि गोमतीनगर इलाके के एक ज़िम्मेदार अधिकारी को ट्रांसफर किया गया. वही आबकारी अधिकारी के ऊपर सस्पेंस की गाज गिरायी.
झाँसी में विधायक की शिकायत से ससपेंड हुए आबकारी अधिकारी
वंही दूसरी तरफ झाँसी में जिला आबकारी अधिकारी महेंद्र प्रताप सिंह बीजेपी विधायक रवि शर्मा शिकायत पर ससपेंड कर दिए गए. जिला आबकारी अधिकारी महेंद्र प्रताप सिंह के खिलाफ बीजेपी विधायक रवि शर्मा ने मुख्यमंत्री से शिकायत की थी जिससे जिला आबकारी अधिकारी महेंद्र प्रताप सिंह को ससपेंड कर दिया गया
इन दोनों अधिकारियो की जगह नए अधिकारी तैनात कर दिए गए है. लखनऊ आबकारी अधिकारी के तौर पर जनार्दन यादव को तैनात किया गया है और झाँसी आबकारी अधिकारी के तौर पर जीतेन्द्र कुमार को भेजा गया है .