लाखो रुपये सरकारी धन डकारने वालो पर पिहानी पुलिस कब कसेगी शिकंजा
Jun 18, 2021
रिपोर्ट शरद द्विवेदी
रीडर टाइम्स न्यूज़
* कई महीने बीतने के बाद भी पिहानी पुलिस नही कर पाई जांच पूरी
हरदोई जिले में पता नही कितनी एफआईआर है विभिन्न थानों में दर्ज है लेकिन कोई कार्यवाही अभी तक नही हो सकी है ज्यादातर मामलों में जांच चल रही है का हवाला दिया जाता है और जांच उन्ही मामलों में ज्यादातर लंबी चलती है जिन मामलों में रसूखदार लोगो की गर्दन फस रही होती है। ऐसा ही एक प्रकरण विकास खण्ड पिहानी की साधन सहकारी समिति मंसूर नगर का प्रकाश में आया है दरअसल साधन सहकारी समिति मंसूर नगर की अध्यक्ष मुन्नी शुक्ला ने दिनांक 03/07/2019 को शिकायत की थी कि साघन सहकारी समिति की मिनी बैंक मंसूर नगर में ग्राहकों ने लगभग 60 लाख रुपया जमा किया था लेकिन मिनी बैंक में सिर्फ पांच लाख रुपये ही जमा है प्रकरण की निष्पक्ष जांच की जाए को लेकर उच्च स्तरीय शिकायती पत्र सहायक आयुक्त एवं सहायक निबन्धक को सौंपा था।
सहायक आयुक्त ने शिकायत को गम्भीरता से लेते हुए प्रकरण की जांच हेतु कमेटी गठित की व जांच में कुल 58,67,821.03 रुपये का गबन पाया गया। जांच रिपोर्ट के आधार पर सरकारी धन का गबन करने में मुख्य रूप से समिति के पूर्व सचिव रामदयाल व बृजेन्द्र पाल यादव व नान कैडर सचिव मिश्री लाल तीन लोग को जिम्मेदार ठहराया गया। जांच रिपोर्ट के आधार पर साघन सहकारी समिति मंसूर नगर की अध्यक्ष मुन्नी शुक्ला की तहरीर पर दिनांक 13/01/2021 को पिहानी थाने में उक्त दोषियों के खिलाफ धारा 409 के अंतर्गत एफआईआर दर्ज कर ली गई लेकिन आज कई महीने ब्यतीत हो जाने के बाद भी पिहानी पुलिस जांच पूरी नहीं कर पाई है।
जब इस प्रकरण के जांचकर्ता आई0 ओ0 पिहानी में तैनात सब इंस्पेक्टर राजेन्द्र प्रसाद से बात की गई तो उन्होंने बताया कि जांच चल रही है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस सरकारी घन के गबन के पूरे खेल में पर्दे के पीछे से कई राजनीतिक ऊंची पहुच वालो की संलिप्तता है इस कारण कही न कही जानबूझकर कर जांच को लंबित किया गया है।
इस प्रकरण से समझा जा सकता है कि भाजपा सरकार की भ्रष्टाचार को लेकर जो नीति है उसकी जमीनी हकीकत क्या है जनता के पैसों को खाने वालों पर आखिर कब शिकंजा कसेगा और दोषोयो पर कब कड़ी कार्यवाही होगी यह सबसे बड़ा सवाल है।