रीडर टाइम्स डेस्क
* ज्योतिष में भावों की महत्वता एवं उपयोगिता विषय पर वेबिनार का आयोजन .
* अनिल कुमार सिंह ने शास्त्रोक्त सूत्रों का विवेचन किया .
15 अगस्त की पावन बेला पर इंडियन कॉउन्सिल ऑफ़ एस्ट्रोलॉजिकल साइंसेज लखनऊ के तत्वाधान में ज्योतिष में पारंगत विभिन्न वक्ताओं एवं श्रोताओं ने ” ज्योतिष में भावों की महत्वता एवं उपयोगिता विषय ” पर सेमीनार में बढ़-चढ़ हर हिस्सा लिया और कार्यक्रम को सफल बनाया . ऑनलाइन सेमीनार में सभी ज्योतिष दक्षों ने अपने ज्ञान व मतों को साझा किया . वैसे तो देश में अब तमाम ज्योतिष संस्थान चल रहे हैं , लेकिन इंडियन कॉउन्सिल ऑफ़ एस्ट्रोलॉजिकल साइंसेज ( ICAS ) इस चमत्कारी शास्त्र शिक्षा को योजनात्मक एवं क्रमबद्ध तरीके से विद्यार्थियों को सिखाता है, जिससे वो ज्योतिष के नियमों का सफलता पूर्वक उपयोग कर सही भविष्यवाणी कर सकें. आज इस विषय पर इतनी ज़्यादा भ्रांतियां समाज में व्याप्त है क्यूंकि ज्योतिषियों का एक बड़ा वर्ग बिना अध्ययन के बाजार में उपलब्ध है , जिसकी वजह से आम जन मानस भ्रमित हो जाता है और सही सलाह न मिल पाने की वजह से कई बार उसका इस शास्त्र पर से विश्वास उठ जाता है.
इंडियन कॉउन्सिल ऑफ़ एस्ट्रोलॉजिकल साइंसेज लखनऊ द्वारा आयोजित ऑनलाइन सेमीनार में “ज्योतिष में भाव” विषय पर अनिल कुमार सिंह ने शास्त्रोक्त सूत्रों का विवेचन किया व सेमीनार में उपस्थित ज्योतिषियों की शंकाओं का निराकरण किया. उन्होंने भाव सम्बंधित सामान्य एवं विशेष नियमों में सामंजस्य द्वारा ज्योतिष सूत्रों का विवेचन करना सिखाया . अनिल कुमार सिंह द्वारा षष्ठ एवं शत्रु भाव के विभिन्न शास्त्रोक्त सूत्रों का ज्ञान साझा किया गया . इस सेमीनार के मुख्या अधिवक्ता के रूप में अनिल कुमार सिंह , डॉ संप्रीति देबनाथ , डॉ गौतम प्रसाद , दीप रतन , मलय शर्मा एवं अन्य ने भाग लिया . ICAS लखनऊ शाखा के संयोजक श्री अमित कुमार एवं विकास सिंह के नेतृत्व में इस सेमीनार का सफल आयोजन किया गया.
-“अनिल कुमार सिंह”