डालमिया ग्रुप ने नरेंद्र मोदी सरकार की ‘अडॉप्ट ए हेरिटेज’ नीति के तहत लाल किला सहित 22 स्मारकों में सुविधाएं बेहतर करने के लिए नौ एजेंसियां आगे आई हैं। लाल किला के लिए डालमिया भारत ने पर्यटन मंत्रालय के साथ करार किया है, जिसके तहत वह पर्यटकों के लिए बेहतर सुविधाएं विकसित करने के लिए पांच करोड़ रुपये खर्च करेगा। ताजमहल की देखरेख का जिम्मा जीएमआर व आइटीसी ग्रुप को दिया गया है।
लाल किला को गोद लेने की होड़ में इंडिगो एयरलाइंस और जीएमआर ग्रुप जैसी दिग्गज कंपनियां भी शामिल थीं| इसमें लाल किले पर सुविधाएं को बढ़ाने और उसके सुंदरीकरण पर काम किया जाएगा. बता दें, ‘एडॉप्ट ए हेरिटेज’ स्कीम राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने पिछले साल पर्यटन दिवस के मौके पर शुरू की थी| एमओयू के तहत अब डालमिया ग्रुप लाल किले में सुविधाएं बढ़ाने का काम करेगा. जिसमें लोगों के आने जाने, शुद्ध पेयजल, साफ सफाई, सर्विलांस सिस्टम, पर्यटकों के लिए आरामदायक कुर्सियां और उनको बेहतर सुविधाएं प्रदान करने का काम शामिल है. इसके अलावा दिव्यांगों के लिए सुविधाएं बढ़ाने का काम भी होगा|
पर्यटन मंत्रालय ने ‘अपनी धरोहर अपनी पहचान’ योजना 27 सितंबर 2017 को लांच की थी। यह योजना भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) के प्रमुख स्मारकों में शुरू की गई है, जिसके तहत 95 स्मारकों को शामिल किया जा चुका है।इस बाबत डालमिया भारत ग्रुप ने 9 अप्रैल को ही पर्यटन मंत्रालय, संस्कृति मंत्रालय और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के साथ समझौता किया था. डालमिया ग्रुप लाल किला को पर्यटकों के बीच लोकप्रिय बनाने के लिए उसे नए सिरे से विकसित करने के तौर-तरीकों पर विचार कर रहा है|
डालमिया भारत ग्रुप के सीईओ महेंद्र सिंघी ने कहा कि लाल किला में 30 दिनों के अंदर काम शुरू कर दिया जाएगा| उन्होंने कहा, “लाल किला हमें शुरुआत में पांच वर्षों के लिए मिला है| कॉन्ट्रैक्ट को बाद में बढ़ाया भी जा सकता है| हर पर्यटक हमारे लिए एक कस्टमर होगा और इसे उसी तर्ज पर विकसित किया जाएगा| हमारी कोशिश होगी कि पर्यटक यहां सिर्फ एक बार आकर ही न रुक जाएं, बल्कि बार-बार आएं |