जीवन में हमेशा “लक्ष्य” के साथ बढ़ें आगे ; पूरी मेहनत से उसे पाने में अभी से जुट जाएं ,


डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़
जीवन में अगर कुछ पाने के लिए लक्ष्य के बारे में सोचा हैं तो समय रहते ही उसे हासिल कर लिया जाये क्योकि समय कभी वापस नहीं आता हैं। और लक्ष्य समय का इंतजार नहीं करता हैं ,लक्ष्य मेहनत का इंतजार करता हैं। जीवन की आपाधापी में हम सब इतने व्यस्त हैं कि हमारे जीवन का क्या लक्ष्य है, इस बारे में सोच ही नहीं पाते।

“एक बार एक अंधे ने स्वामी विवेकानंद जी से पूछा क्या अंधे होने से भी कोई बुरी चीज है। तो उन्होंने कहा जिस व्यक्ति को अपने जीवन का लक्ष्य पता नहीं, वह अंधे से भी गया गुजरा है। “

हमारी जिंदगी कुछ इस तरह गुजरती है, ‘सुबह होती है शाम होती है, उम्र यूं ही तमाम होती है।’ जब आपके जीवन का लक्ष्य निर्धारित होता है, तो आप सुबह उत्साह के साथ उठते हैं और पूरी मेहनत से अपने लक्ष्य को पाने में जुट जाते हैं। ऐसा करने में थकान का अनुभव भी नहीं होता। आइए इस बात को कुछ सच्ची घटनाओं के जरिए समझते हैं।

पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा जब आठवीं कक्षा में पढ़ते थे, तब एक दिन अध्यापक ने कक्षा के सभी बच्‍चों से पूछा कि आपके जीवन का क्या लक्ष्य है या आप क्या बनना चाहते हैं। सभी छात्र अपने लक्ष्य के बारे में बता रहे थे, जैसे- कोई इंजीनियर बनना चाहता था, कोई डाक्टर, कोई वकील, लेकिन जब ओबामा की बारी आई तो उन्होंने कहा- अमेरिका का राष्‍ट्रपति बनना चाहता हूं। यह सुनकर पूरी कक्षा हैरान हो गई और कुछ लोग तो हंस रहे थे, लेकिन अगर आप ओबामा के जीवन पर नजर डालें, तो आपको पता चलेगा कि वह जीवनभर अपने लक्ष्य की प्राप्ति में लगे रहे और उसे पाकर ही दम लिया।

इसी तरह, जेफ बेजोस का उदाहरण भी हमारे सामने है, जो कि अमेजन डाट काम के संस्थापक और दुनिया के सबसे धनी व्यक्ति हैं। 1982 में जब जेफ दसवीं कक्षा में पास हुए, तब स्कूल के एक समारोह में बच्चों से इस बारे में बात कि जा रही थी। कि वे जीवन में आगे जाकर क्या बनना चाहते हैं। और जब जेफ बेजोस से पूछा तो उन्होंने कहा मैं स्पेस (अंतरिक्ष ) में होटल, अम्यूजमेंट पार्क और रहने के लिए कालोनी बनाऊंगा, इस पर सब हंसने लगे। जब फिर उनसे पूछा गया कि ऐसा क्यों करना चाहते हो, तो उन्होंने कहा अगर पृथ्वी पर कोई संकट आ गया तो लोगों को अंतरिक्ष पर ले जाऊंगा और स्थिति ठीक होने के बाद वापस ले आऊंगा।

वर्ष 2000 में जेफ बेजोस ने ‘ब्लू ओरिजिन’ नाम से अपनी स्पेस कंपनी की शुरुआत की और पिछले महीने 20 जुलाई, 2021 को वह अपने छोटे भाई और दो अन्य लोगों के साथ पहली बार स्पेस में होकर वापस आये। हमारे जीवन में भी लक्ष्य का महत्त्व वैसे ही है, जैसे आप किसी अनजान शहर में हों और कोई पता ढूंढ़ना चाहते हों तो आप क्या करते हैं? आप जीपीएस का सहारा लेते हैं। जब आप अपना डेस्टिनेशन जीपीएस में डालते हैं, तो वह आपको वहां तक पहुंचने के रास्ते और माध्यम बताता है और आप लक्ष्य तक पहुंचते हैं। इसी तरह हम अगर जीवन में कुछ हासिल करना चाहते हैं, तो लक्ष्य का निर्धारण जितनी जल्दी कर लेंगे, उतना ही बेहतर होगा।