यूपी में फ्री स्मार्टफोन और टैबलेट बांटने को लेकर आई कंफर्म खबर ,
Dec 02, 2021
डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने कुछ समय पहले युवाओं को फ्री लैपटॉप और स्मार्टफोन बांटने की घोषणा की थी. इसके लिए योग्य उम्मीदवारों से आवेदन भी मांगे गए थे. कुछ समय पहले आवेदन बंद होने के बाद अब फ्री लैपटॉप वितरण की बारी है. अब इसे लेकर कंफर्म खबर आ गई है. यूपी सरकार की दिसंबर के दूसरे सप्ताह से युवाओं को निशुल्क स्मार्टफोन और टैबलेट देने की योजना है।
इसके लिए डीजी शक्ति नाम से एक पोर्टल बनाया गया है, जिसे जल्द ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लॉन्च करेंगे :- एक सरकारी बयान के मुताबिक इसी पोर्टल के माध्यम से स्मार्टफोन और टैबलेट का वितरण और छात्रों को भविष्य में पढ़ाई के लिए विभिन्न जानकारियां दी जाएंगी. इसके अलावा स्मार्टफोन और टैबलेट के बारे में समय-समय पर छात्रों को उनके मोबाइल नंबर और मेल पर सूचना दी जाएगी।
विपक्ष ने लगाया था आरोप :- समाजवादी पार्टी द्वारा भाजपा पर छात्रों को लैपटॉप और टैबलेट उपलब्ध कराने के चुनावी वादे को न पूरा करने के आरोपों के बीच सरकार यह कदम उठा रही है. सपा का कहना है कि मुख्यमंत्री (आदित्यनाथ) खुद लैपटॉप चलाने में असमर्थ हैं, इसलिये वह इसे बांटने में रूचि नहीं ले रहे हैं। सपा प्रमुख ने 29 अक्टूबर को अपने संसदीय क्षेत्र आजमगढ़ में इंटर-कॉलेज में आयोजित एक समारोह में कहा था, “अगर वह (आदित्यनाथ) लैपटॉप चलाना जानते होते, तो वह उन्हें पहले ही वितरित कर देते.”
पूरी तरह फ्री है ये स्कीम :- मंगलवार को जारी बयान के मुताबिक रजिस्ट्रेशन से लेकर स्मार्टफोन और टैबलेट वितरण तक पूरी व्यवस्था नि : शुल्क है और सरकार की ओर से स्मार्टफोन और टैबलेट की खरीद के लिए जेम पोर्टल पर अब तक का सबसे बड़ा टेंडर जारी किया गया है जिसमे 47 सौ करोड़ की लागत से खरीदे जाने वाले स्मार्टफोन और टैबलेट के लिए कई नामी कंपनियों ने टेंडर किया है.इसमें टैबलेट के लिए विशटल (आईरिस), सैमसंग (विजन) और एसर (सेलकॉन), स्मार्टफोन के लिए लावा, सैमसंग (सेलकॉन) और सैमसंग (यूनाइटेड) ने टेंडर दाखिल किया है. तकनीकी जांच के बाद योग्य फर्मों का फाइनेंशियल टेंडर खोला जाएगा।
बड़ी मात्रा में होगी आपूर्ति :- बयान के मुताबिक टेंडर में चयनित कंपनियों को पहली खेप में कम से कम ढाई लाख टैबलेट की आपूर्ति करनी होगी. हालांकि स्मार्टफोन के लिए चयनित कंपनियों को पहली खेप में कम से कम पांच लाख स्मार्टफोन की सप्लाई करनी होगी।