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बुखार हुआ है या कोरोना संक्रमण पता कैसे चलेगा
Jan 08, 2022
डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़
दुनिया भर में बीते दो साल से कोरोना वायरस का कहर देश भर में सभी पर बरस रहा हैं। और सभी लोग अच्छी तरह से इससे परिचित भी हो चुके हैं। जोकि अब एक बार फिर से दुनिया भर में कोरोना के साथ ओमिक्रॉन वैरिएंट का भी प्रवेश हो गया हैं। और ये भी बहुत तेजी से फैल रहा हैं। वही सर्दियों के मौसम में लोग आम बुखार और फ्लू के शिकार भी हो रहे हैं। और इसकी रफ़्तार डरावनी साबित हो रही हैं। लोगो में कभी लापरवाही तो कभी ग़लतफहमी में कोरोना संक्रमण को भी आम बुखार संह लेते हैं। जिससे इसी लापरवाही के नतीजे गंभीर हो सकते हैं। जोकि अब कोरोना और ओमिक्रॉन के लक्षण मिलते जुलते हैं। और डॉक्टर व विशेषज्ञ भी इसका सटीक पता लगाने के लिए टेस्टिंग करने का ही सुझाव देते हैं।
इस फ्लू और कोविड-19, दोनों में ही खांसी, बुखार, थकान और मांसपेशियों में दर्द आम बात है. कोरोना के खास लक्षणों में स्वाद और महक न आना भी शामिल हैं। अफवाहों से सावधानी की जरूरत सामान्य बुखार होने पर ये लक्षण हल्के होते हैं. साथ में नाक बहना या गले में दर्द होने जैसी दिक्कतें भी होती हैं. फ्लू में लगभग हर मरीज को बुखार तो आता ही है।
ओमिक्रॉन से निपटने की तैयारी दिसंबर की शुरुआत में हो रहे कुछ शोध में ये अनुमान लगाया गया था कि ओमिक्रॉन वेरिएंट में जब म्यूटेशन हुआ, तो इसने सामान्य बुखार फैलानेवाले वायरस का एक हिस्सा भी खुद में शामिल कर लिया. ऐसी रिपोर्ट्स आने के बाद इंटरनेट पर तमाम ऐसी अफवाहें फैलीं कि ओमिक्रॉन आम फ्लू है, जिसे नया नाम दे दिया गया है. बाद में इसका खंडन करनेवाली तमाम खबरें भी प्रकाशित हुईं. विशेषज्ञों ने मीडिया संस्थानों से बातचीत में कहा कि दोनों वायरस में कुछ समानताएं जरूर पाई जा रही हैं, लेकिन दोनों वायरस बिल्कुल अलग हैं, जिनका असर भी अलग होगा।
सबसे सटीक तरीका तो अब जब तीन अलग-अलग वायरस से संक्रमित होने के बाद के लक्षण काफी मिलते-जुलते हैं, तो आपको कौन सा संक्रमण हुआ है, इसका पता लगाने के लिए टेस्टिंग ही सबसे अच्छा उपाय है. और सबसे जरूरी है डॉक्टर से सलाह लेना. फ्लू का पता लगाने के लिए घर से सैंपल लेकर टेस्टिंग की सुविधा अपनी उतनी व्यापक रूप से उपलब्ध नहीं है, जितनी कोरोना की टेस्टिंग के लिए है, लेकिन कुछ फार्मेसी ऐसी भी हैं, जो एक साथ दोनों वायरस की टेस्टिंग की सुविधा भी देती हैं. इससे डॉक्टरों को भी सही सलाह देने में मदद मिलती है।